आगरा को विकास का नया ताज मेट्रो

यह परियोजना ऐतिहासिक शहर आगरा को पर्यावरण के अनुकूल एक मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम प्रदान करेगी।

Update: 2020-12-08 01:00 GMT

आगरा। आगरा में विश्व का सातवां आश्चर्य ताजमहल तो पहले से था, अब यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार और केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने मिलकर विकास का एक नया ताज मेट्रो जोड़ दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 7 दिसम्बर 2020 को इसका शिलान्यास किया। इस प्रकार आगरा यूपी में मेट्रो नेटवर्क का 7वां शहर बन गया है। हैदराबाद समेत देश के नौ शहरों में मेट्रो दौड़ रही है। शुरुआत की बात करें तो 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कोलकाता में पहली मेट्रो ट्रेन का उद्घाटन किया था। इसके बाद से ही ट्रेन में लोगों के सफर को सस्ता और आसान बनाने का प्रयास जारी है। शहरों में मेट्रो दौड़ाने से जहां न केवल पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बोझ कम हुआ है बल्कि पेट्रोल और डीजल की खपत में भी कमी आयी है। देश में कोलकाता (1984), दिल्ली (2002), बेंगलुरु (2011), मुंबई (2014), चेन्नई (2015), जयपुर (2015), कोच्चि (2017), लखनऊ (2017) और हैदराबाद (2017) में मेट्रो दौड़ रही है। इसके साथ ही नागपुर, पुणे, भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम, केरल और पटना में भी मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 दिसम्बर को आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण काम का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। दो कॉरिडोर वाले इस प्रोजेक्ट के जरिए सैलानियों को मदद मिलेगी। इस परियोजना के जरिए टूरिस्ट स्पॉट जैसे ताजमहल, आगरा फोर्ट, सिकंदरा को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से जोड़ा जाएगा। आगरा के 15 बटालियन पीएसी परेड मैदान में उद्घाटन कार्यक्रम किया गया।

इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही है, अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है, सैकड़ों वर्षों का इतिहास संजोए ये शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है। आगरा में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने के लिए पहले ही लगभग 1,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है।

आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण के शुभारंभ के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आधुनिक सुविधाएं और आधुनिका कनेक्टीविटी मिलने से पश्चिमी यूपी का सामर्थ्य और बढ़ रहा है। देश का पहला रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेरठ से दिल्ली के बीच बन रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों को सेवा देने लगेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के इंफ्रा सेक्टर की एक बड़ी दिक्कत हमेशा से ये रही थी कि नए प्रोजेक्ट्स की घोषणा तो हो जाती थी लेकिन उसके लिए पैसा कहां से आएगा, इस पर बहुत ध्यान नहीं दिया जाता था। हमारी सरकार ने नई परियोजनाओं की शुरुआत करने के साथ ही, उसके लिए आवश्यक धनराशि के इंतजाम पर ध्यान दिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने की तैयारी है। मल्टी माॅडल कनेक्टीविटी इन्फ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान पर भी काम किया जा रहा है। कोशिश है कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी दुनिया से निवेश आकर्षित किया जाए।

बहरहाल, अब उत्तर प्रदेश के आगरा को मेट्रो रेल की सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन किया है। आगरा के 15 बटालियन पीएसी परेड मैदान में होने वाले इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल थे। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इस कार्यक्रम में जुड़े थे। आगरा मेट्रो परियोजना में 2 गलियारे शामिल हैं, जिनकी कुल लंबाई 29।4 किलोमीटर है। ये गलियारे ताजमहल, आगरा का किला, सिकंदरा जैसे प्रमुख पर्यटक केन्द्रों को रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों से जोड़ते हैं। इस परियोजना से आगरा शहर की 26 लाख आबादी को लाभ होगा और हर साल आगरा आने वाले 60 लाख से अधिक पर्यटकों की जरूरतें भी पूरी होंगी। यह परियोजना ऐतिहासिक शहर आगरा को पर्यावरण के अनुकूल एक मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम प्रदान करेगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,379।62 करोड़ रुपये होगी और यह 5 वर्षों में पूरी होगी। यानी अगले पांच वर्षों में आगरा में करीब 29 किलोमीटर के दायरे में मेट्रो रेल दौड़ने लगेगी।

पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। तय योजना के पहले चरण में दिसंबर 2022 तक सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट तक मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाने का अनुमान है। सबसे पहले ताज ईस्ट से जामा मस्जिद तक 6 किलोमीटर तक प्राथमिक सेक्शन तैयार किया जाएगा। इस सेक्शन में कुल 6 मेट्रो स्टेशन ताज ईस्ट गेट, बसई, फतेहाबाद रोड 3 उपरिगामी मेट्रो स्टेशन बनेंगे।

दूसरा कॉरिडोर, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच निर्माण किया जाएगा। इस कॉरिडोर की लंबाई 15।4 किलोमीटर होगी और इसके अंतर्गत कुल 14 स्टेशन होंगे। दूसरे कॉरिडोर में आगरा कैंट, सदर बाजार, कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, आगरा कॉलेज, हरिपर्वत चौराहो, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुल्तानगंज क्रासिंग, कमला नगर, रामबाग, फाउंड्री नगर, आगरा मंडी और कालिंदी विहार पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। आगरा मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन के एलिवेटेड सेक्शन के सिविल निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट मेसर्स सैम (इंडिया) बिल्टवेल प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। इससे पहले 8 मार्च, 2019 को प्रधानमंत्री ने सीसीएस एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक 23 किमी लंबे संपूर्ण उत्तर-दक्षिण गलियारे पर लखनऊ मेट्रो के व्यवसायिक संचालन शुरू करने के साथ-साथ आगरा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन किया था।

अनुमान लगाया जा रहा है कि आगरा में 2022 तक मेट्रो दौड़ने लगी। आगरा की लगभग 26 लाख जनसंख्या को इसका लाभ मिलेगा। (हिफी)

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