कर्नाटक सरकार के खिलाफ ‘मैसूर चलो’ पदयात्रा चौथे दिन भी रही जारी

विरोध मार्च मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के कथित भूमि घोटाले को लेकर है

Update: 2024-08-06 09:40 GMT

मद्दुर। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) संयुक्त विपक्ष ने मंगलवार को चौथे दिन भी 'मैसूर चलो' विरोध मार्च निकाला, जिसमें विपक्ष ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के इस्तीफे की मांग और तेज कर दिया।

विरोध मार्च मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के कथित भूमि घोटाले को लेकर है, जिसमें श्री सिद्दारमैया की पत्नी पार्वती को दिए गए प्लॉट सहित कई फर्जी आवंटन के आरोप हैं। जो निदाघट्टा में शुरू हुआ, मांड्या जिला मुख्यालय तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर तक दूरी तय की।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र, पूर्व उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वथ नारायण और विपक्ष के उपनेता अरविंद बेलाड ने समर्थकों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के विशाल समूह का नेतृत्व किया। आज विराेध मार्च के दौरान विपक्ष के नेताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की, जबकि प्रतिभागियों ने भाजपा और जद(एस) के झंडे थामे हुए थे। पदयात्रा के चौथे दिन एकजुट विपक्ष ने राज्य सरकार के कथित भ्रष्टाचार को उजागर करने का दृढ़ संकल्प लिया।

सिद्दारमैया और उनके परिवार के खिलाफ आरोपों ने विपक्ष के इस अभियान को और तेज कर दिया है, जिससे घोटालों और भ्रष्टाचार से घिरी सरकार की करतूतें सामने आ रही हैं।

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