मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद के चुनाव में जैन समाज दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है। एक तरफ जहां सपा नेता गौरव जैन सपा गठबंधन के प्रत्याशी के लिए जैन समाज को लामबंद करने की कोशिश में जुटे है वही एक तबका गौरव स्वरूप की पत्नी मीनाक्षी स्वरूप के लिए वोट मांग रहा है। जैन समाज के दो धड़ों में बंटे होने के बाद राष्ट्रीय युवा जैन एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने एक प्रेस नोट कर दूसरे गुट पर आरोप लगाया।
जैन एकता मंच"युवा शाखा" के राष्ट्रीय अध्यक्ष व श्वेताम्बर समाज के वरिष्ठ गौरव जैन ने कहा कि एस एस जैन समाज का किसी को खुला समर्थन नही है व जैन समाज एक विवेकशील समाज है। समाज स्वयं के विवेक से वोट करेगा,चूंकि जैन सन्तो का राजनीति से कोई मतलब वास्ता नही होता है इसलिए जैन समाज का कोई भी स्वयं भू ठेकेदार किसी भी प्रकार जैन समाज का व जैन सन्तो के प्रवचन का राजनीतिकरण करता है तो जैन समाज उसका पुरजोर विरोध करेगा।
गौरव जैन ने कहा कि जैन सन्तो का दरबार सभी के लिये खुला है कोई भी आकर आशीर्वाद व धर्म लाभ ले सकता है। आज जैन समाज में पंथवाद की बात करने वाले वाले जैन समाज के हितैषी नही हो सकते। जैन धर्म के सभी पन्थ के लोग आज एकजुट है व साथ खड़े है व समाज में पंथवाद समाप्त प्रायः हो चुका है। उन्होंने कहा कि जैन समाज में जिन स्वयंम भू मठाधीशो की कुर्सी आज खतरे में है वो पन्थ की बात कर समाज को तोड़ना चाहते है लेकिन ऐसा नही होने दिया जायेगा। ऐसे मठाधीशो को विरोध का सामना करना पड़ेगा।
आज समस्त जैन समाज एकजुट है व शिखरजी आंदोलन में जिन्हें सांप सूंघ गया था आज वो अपने बिलो से बाहर आकर समाज को भ्रमित कर रहे है लेकिन वह लोग नही जानते कि जैन समाज उसकी बात करेगा जो जैन की बात करेगा व शिखरजी को बचाने के लिये लोकतंत्र में वोट की चोट भी एक माध्यम है, जिसका निकाय चुनाव में भरपूर प्रयोग किया जायेगा।