श्मशान पर लगी कतार-18 का अंतिम संस्कार-कम पडी लकड़ी
लोगों की लापरवाही से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकडे लगातार भयावह हो रहे हैं।
भोपाल। कोरोना का संक्रमण मौत का रूप धारण करते हुए इंसानी जिंदगी पर झपटटा मार रहा है। लोगों की लापरवाही से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के आंकडे लगातार भयावह हो रहे हैं। कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर होने वाली मौतों के चलते राजधानी भोपाल में अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों पर लाइन लगी रही। हालात कुछ ऐसे पैदा हुए कि शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए लकड़ियों का टोटा पड़ गया।
भोपाल में मंगलवार को अट्ठारह कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो गई। परिजन मौत का शिकार हुए लोगों का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाट और कब्रिस्तान में पहुंचे। राजधानी के भीतर 1 दिन में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का यह दूसरा सबसे आंकड़ा है। इससे पहले गुजरे साल 18 सितंबर को 1 दिन में 23 मौतें हुई थी। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड से 1 दिन में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों का यह आंकडा पूरी तरह से गायब है। भोपाल में कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर जिंदगी गंवाने वाले मरीजों का अंतिम संस्कार भदभदा, सुभाष नगर घाट और झदा कब्रिस्तान पर किया जा रहा है।
मंगलवार को दिन भर यहां कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों की कतार लगी रही। हालात कुछ ऐसे पैदा हुए कि अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर जगह नहीं बची। श्मशान घाटों पर लकड़ियों का केवल 1 दिन का स्टॉक बाकी बचा रह गया है। राजधानी में मंगलवार को 498 नए मरीज, तो प्रदेश में 2173 संक्रमित मिले। कोरोना संक्रमण के बढते मामलों की वजह से आनंद नगर नया हॉटस्पॉट बना है। यहां एक दिन में 17 नए मरीज मिले है। जबकि चार दिन में 50 केस मिल चुके हैं। फिल्म लव हॉस्टल के चार क्रू मेंबर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। प्रदेश में संक्रमण दर 10.6 फीसदी हो गई है। इससे ज्यादा दर पिछले साल सितंबर में 13.50 फीसदी थी। श्मशान घाटों पर परिजन पीपीई किट जैसे बिना सुरक्षा उपकरण पहने खुद ही अंतिम संस्कार कर रहे हैं। इसी तरह, झदा कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रेहान गोल्ड ने बताया कि यहां भी परिजनों के सहयोग से मरीजों को दफन किया जा रहा है।