रूह कंपा देती है बसवार घटनाः वंदना

निषाद समाज के लोगों पर हुए उत्पीड़न के खिलाफ निकाली जा रही नदी अधिकार यात्रा के 17 दिन पूर्ण हो चुके हैं।

Update: 2021-03-17 14:14 GMT

गाजीपुर। निषाद समाज के लोगों पर हुए उत्पीड़न के खिलाफ निकाली जा रही नदी अधिकार यात्रा के 17 दिन पूर्ण हो चुके हैं। आज तक 374 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण हो चुकी है।


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प्रयागराज के बसवार से 1 मार्च को नदी अधिकार यात्रा का आगाज किया गया था। यह यात्रा निषाद बहुल गांवों में यात्रा करते हुए जनसंपर्क कर रही है। आज यात्रा का गाजीपुर जिले के कलेक्टर घाट पर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यात्रा के दौरान योगी सरकार के कार्यकाल में निषाद समाज के साथ हुए उत्पीड़न की कहानी बयां की जा रही है। बसवार घटना की प्रत्यक्षदर्शी वंदना निषाद ने कहा कि वह घटना रूह कंपा देने वाली घटना थी। पुलिस ने लाठीचार्ज में महिलाओं तक को नहीं छोड़ा था।

मानवता को पूरी तरह से तार-तार कर दिया गया था। वंदना निषाद ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने निषाद समाज की पीड़ा को समझा है। समाज उनके साथ एकजुट होकर खड़ा होगा। वंदना ने बसवार घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की। पदयात्रा में शामिल मनोज यादव ने कहा कि योगी सरकार ने पिछड़ा समाज को ठगा है। पिछड़ों के ऊपर लगातार हमले बढ़ रहे हैं। देवेन्द्र निषाद ने कहा कि नदियों के किनारे खेती करने का पहला हक निषाद का है। यह हक उनसे कोई नहीं छीन सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश का निषाद समाज बसवार की घटना से आहत है। 2022 में समाज भाजपा को इसका जवाब देगा। यह यात्रा बलिया के मांझी घाट पर पहुंचकर सम्पन्न होगी।




 




 




 




 


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