पटना। अपने मानदेय और खुद को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने पहुंची आंगनबाड़ी सेविकाओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए बलपूर्वक पुलिस उन्हें हटाने में जुटी हुई है। अपने अधिकारों के लिए मौके पर जमीं महिलाएं पुलिस से जद्दोजहद करने से पीछे नहीं हट रही है।
मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर महिलाओं के लिए मान सम्मान का विषय बन गया है। अपने मानदेय और स्वयं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाएं विधानसभा का घेराव करने के लिए निकली थी। पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करते हुए महिलाओं को आगे बढ़ने से रोका है। पुलिस अब बल प्रयोग करते हुए अपने हकों की लड़ाई के लिए विधानसभा पहुंची आंगनबाड़ी सेविकाओं को वहां से हटाने में लगी हुई है।
आंगनबाड़ी सेविकाएं बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव के ऊपर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कह रही है कि डिप्टी चीफ मिनिस्टर चुनाव के दौरान बार-बार यह कहते रहे हैं कि उनकी सरकार आने पर बिहार की सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं का मानदेय दोगुना किया जाएगा। लेकिन सरकार बन जाने के बावजूद आज तक डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने अपने वादे पर अमल नहीं किया है।