नौसेना ने 43 भारतीय मछुआरों को पकड़ाए छह नावों को किया जब्त
सीमा का उल्लंघन कर मछलियों को पकड़ने आये तमिलनाडु के 43 मछुआरों को गिरफ्तार कर उनके छह नौकाओं को जब्त कर लिया है
रामेश्वरम। श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा का उल्लंघन कर मछलियों को पकड़ने आये तमिलनाडु के 43 मछुआरों को गिरफ्तार कर उनके छह नौकाओं को जब्त कर लिया है।
तमिलनाडु मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी और कहा कि शनिवार देर रात श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा लांघ कर मछलियां पकड़ने आये तमिलनाडु के 43 मछुआरों को गिरफ्तार कर उनके छह नौकाओं का जब्त कर लिया है। ये सभी मछुआरे रामेश्वरम के रहने वाले थे। श्रीलंका नौसेना ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास से गिरफ्तार किया जब वे सभी मछली पकड़ रहे थे।
एक रिपोर्ट में यहां बताया गया कि सभी मछुआरों को कांकेसंथुराई ले जाया गया है वहां सभी को अधिकारियों के सुपुर्द किया जायेगा जिससे आगे की कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने बताया कि मछुआरे शनिवार सुबह रामेश्वरम से मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गए थे।
इस बीच श्रीलंका नौसेना के आधिरिक वेवसाइट के अनुसार कल रात दक्षिण पूर्व समुद्र के जफना तथा डेल्फ़्ट द्वीप पर एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया जिसमें छह मछली पकड़ने वाली जहाज के साथ 43 भारतीय मछुआरे को पकड़ा गया है।
इस विशेष अभियान में उत्तरी नौसेना कमान से जुड़े एक फास्ट अटैक क्राफ्ट ने भारतीय मछुआरों को उनकी नावों के साथ पकड़ लिया। यह ऑपरेशन कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए किया गया था। जिसके बाद सभी का कोरोना जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
इस बीच रामेश्वरम से लोकसभा सांसद ने केंद्र सरकार से इस पर जल्द से जल्द कदम उठाने को आग्रह किया कहा जिससे पकड़े गये मछुआरों को उनके नाव के साथ जल्द से जल्द रिहा कराया जा सके।
इसके अलावा कई मछुआरों के संगठनों के नेताओं ने मछुआरों की गिरफ्तारी पर गहरी आपत्ति जतायी है तथा केंद्र सरकार से भोलेे.भाले मछुआरों के रिहाई के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।
रामेश्वरम के मछुआरों ने इस गिरफ्तारी को लेकर आज आमरण अनशन की शुरुआत की तथा इस गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताया साथ ही सभी मछुआरों की सुरक्षित रिहाई की मांग की।तमिलनाडु तटीय नौकाओं के सचिव पी सेशयू ने कहा कि ग्यारह मछुआरों के संगठनों के साथ आपातकाल बैठक बुलायी गयी है।
तमिलनाडु कोस्टल मैकेनाइज्ड बोट्स फिशरमैन एसोसिएशन के सचिव पीण् सेशु राजा ने पत्रकारों को बताया कि 11 मछुआरा संघों के नेताओं द्वारा बुलाई गई आपात बैठक में इस आशय पर निर्णय लिया गया।
श्रीलंका सरकार जबतक सभी 43 मछुआरों को रिहा नहीं किया जाता तब तक यह अनशन जारी रहेगा। बैठक में निर्णय लिया गया है की राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए भारी संख्या में रामेश्वरम बस अड्डा पर कल प्रदर्शन करेगी।
मछुआरों के संगठन ने केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार को इस मामले पर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया कहा जिससे सभी मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराई जा सके।