भारत फिर से विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर: धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा

Update: 2022-11-19 12:19 GMT

झुंझुनू। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि विवेकानंद का भारत में विविध एकता का एक सपना था जो वर्तमान समय में साकार हो रहा है। धनखड आज झुंझुनू जिले के खेतड़ी से विवेकानंद संदेश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह संदेश यात्रा 50 दिन में पूरे प्रदेश में भ्रमण करेगी। खेतड़ी के पोलोग्राउंड खेल मैदान में इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते धनखड़ ने कहा कि देश के सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत खेतड़ी से शुरू की जा रही विवेकानंद संदेश यात्रा युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। उन्होंने कहा कि भारत पूरे विश्व में आज पांचवीं अर्थव्यवस्था बन चुका है तथा जल्द ही तीसरी अर्थव्यवस्था बनकर दिखाएंगे। भारत आज अपने दम पर हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है। किसी भी काम के लिए आज हमारा देश दूसरे देशों के मोहताज नहीं है। जिन लोगों ने इस देश पर राज किया भारत उनको पछाड़कर बड़ी शक्ति बनने जा रहा है। भारत में लगातार हो रहे विकास की जबरदस्त यात्रा तेजी से चली जा रही है। लेकिन कुछ लोग भ्रमित होकर बिना कुछ समझे अनर्गल बातें करते हैं। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोविड़ वैक्सीनेशन में हमारे देश ने बहुत मेहनत कर विदेशों को वैक्सीन दी और आज दुनिया के किसी भी मापदंड में भारत पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत पूर्व समय में विश्व गुरु हुआ करता था। आज फिर से हम विश्व गुरु बनने की राह पर अग्रसर हो रहे हैं। दुनिया कोई ऐसा प्रतिष्ठान नहीं है जिसमें कोई भारतीय बड़े पद पर नहीं हो। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानंद को शिकागो धर्म सम्मेलन में भेजने एवं विश्व में भारत की पहचान बनाने में राजा अजीत सिंह और खेतड़ी का बहुत योगदान रहा है। विवेकानंद संदेश यात्रा आमजन को नए विचारों के लिए प्रेरणा देगी। इससे पूर्व धनखड़ के वायुसेना के विमान से खेतड़ी के नेहरू मैदान में पहुंचने पर पुलिस के जवानों की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। क्षेत्रीय विधायक डॉ. जितेंद्र सिंह, पालिका चेयरमैन गीता सैनी, प्रधान मनीषा गुर्जर ने गुलदस्ता भेंट कर सम्मान किया।

इसके बाद सड़क मार्ग से धनखड खेतड़ी के अजीत विवेक संग्रहालय में पहुंचे। जहां पर उनका रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी आत्मानिष्ठानंद महाराज ने बुके भेंट कर स्वागत किया। उसके बाद उपराष्ट्रपति अपनी धर्मपत्नी के साथ अजीत विवेक म्यूजियम में बने भव्य स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। इस दौरान ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी मौजूद रहे। स्वामी आत्मानिष्ठानंद महाराज ने उपराष्ट्रपति को पूरे म्यूजियम का विजिट किया। जहां पर मैना बाई, स्वामी विवेकानंद को अपने भजन प्रभु जी मेरे अवगुण चित ना धरो के माध्यम से ज्ञान दिया वह स्थल भी उपराष्ट्रपति ने देखा। यात्रा के संयोजक डॉ. स्वतंत्र शर्मा एवं अशोक सिंह शेखावत ने बताया कि खेतड़ी से शुरू होने वाली विवेकानंद संदेश यात्रा पूरे राजस्थान में भ्रमण करेगी। संदेश यात्रा 50 दिन में प्रदेश के सात संभागों के 33 जिलों में 75 स्थानों पर भ्रमण करते हुए सात जनवरी को जोधपुर पहुंचेगी। जहां भव्य यात्रा का समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा।

Tags:    

Similar News