हरिद्वार जा रहे हैं तो रखें ध्यान- नहीं चलेगी हुल्लडबाजी- कटेगा चालान
अगले तीन-चार दिनों के भीतर तीर्थ नगरी से पवित्र गंगाजल लेकर आने वाले लोगों का सिलसिला चरम पर पहुंच जाएगा।
हरिद्वार। कानफोडू आवाज करते हुए बगैर साइलेंसर लगी बाइक पर सवार होकर तीर्थ नगरी पहुंचने वाले हुल्लड़बाजो की पुलिस द्वारा जमकर खबर ली जा रही है। बगैर साइलेंसर के तीर्थ नगरी में पहुंचने वाली बाइकों के धड़ाधड़ चालान काटकर उसे चलाने वाले के हाथ में थमाए जा रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस की इस कार्यवाही से रास्ते में हुल्लड़बाजी करते हुए कानफोडू बाइक पर सवार होकर पहुंचने वाले हुड़दंगियों में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल श्रावण मास की कांवड़ यात्रा आरंभ हो चुकी है और श्रद्धालु तीर्थ नगरी हरिद्वार की हर की पैड़ी से कांवड़ों में पवित्र गंगाजल लेकर वापस लौटना शुरू हो गए हैं। अगले तीन-चार दिनों के भीतर तीर्थ नगरी से पवित्र गंगाजल लेकर आने वाले लोगों का सिलसिला चरम पर पहुंच जाएगा। जिसके चलते तीर्थ नगरी के तकरीबन प्रत्येक घाट पर गंगाजल लेकर कांवड़ों में चलने वाले शिवभक्त कांवड़ियों की भीड़ दिखाई देगी।
कावड़ियों की इस भीड़ में स्वयं को कांवड़ यात्री समझकर ऐसे हुल्लड़बाज भी तीर्थ नगरी पहुंचने लगे हैं जो बिना साइलेंसर लगी बाइक लेकर मौज मस्ती के इरादे से स्नान करने के लिए आए हैं। सड़क पर बेतहाशा स्पीड के साथ कानफोडू आवाज की बाइक दौड़ाने वाले लोगों की अब पुलिस द्वारा जमकर खबर ली जा रही है। ऐसे युवक जो बगैर साइलेंसर लगी बाइक के साथ हरिद्वार पहुंच रहे हैं, उन लोगों के वाहनों के धड़ाधड़ चालान काटे जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बिना साइलेंसर लगी बाइक से ध्वनि और वायु प्रदूषण होता है। नजदीक से गुजरते समय बगैर साइलेंसर लगी बाइक की आवाज इतनी तीव्र होती है कि दिल के मरीज को इसका गहरा नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा कान कानफोडू आवाज अन्य लोगों के कान की श्रवण शक्ति भी प्रभावित होती है। बगैर साइलेंसर की बाइक या अन्य वाहन पैदल गंगाजल लेकर जा कांवड़ियों के भीतर भी असुरक्षा की भावना उत्पन्न करते हैं। ऐसे लोगों की कारगुजारी पर लगाम से अब लोगों में इस बात की खुशी है कि पुलिस की कार्यवाही से निश्चित ही उन्हें सड़क पर कानफोडू आवाज से मुक्ति मिल जाएगी।