वन विभाग की लापरवाही से बुझा घर का चिराग
जनपद में एक ऐसी घटना समाने आई है, जिसमें ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी वन विभाग की ओर से दिखाई गई लापरवाही से गुलदार ने एक बच्चे पर हमला कर दिया।
बिजनौर। जनपद में एक ऐसी घटना समाने आई है, जिसमें ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी वन विभाग की ओर से दिखाई गई लापरवाही से गुलदार ने एक बच्चे पर हमला कर दिया, चीख पुकार की आवाज सुनकर गुलदार उसे जबड़े में लेकर समीप के खेत में ले गया। ग्रामीणों ने उसे किसी तरह से भगाया, बालक को उठाकर सीएचसी ले जाया गया था। जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एक ग्रामीण के घर का इकलौता चिराग हमेशा के लिये बुझ चुका था। बालक की मौत से ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति गहरा गुस्सा है।
जनपद बिजनौर के भोगपुर क्षेत्र के ग्रामीण का इकलौता चिराग 13 वर्षीय विशाल अपने घर में लगे हैडपंप पर पानी पी रहा था। इसी दौरान जंगल से आकर एक गुलदार ने घर में घुसकर बच्चे पर हमला बोल दिया। बालक की चीख-पुखार सुनकर परिजन दौड़े, तो गुलदार के जबडे में बालक को फंसा देखकर उनकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई। हिम्मत बटोरकर जब तक परिजन गुलदार के जबड़े में फंसे बच्चे को निकालने की कोशिशें कर पाते,तब तक गुलदार बालक को लेकर समीप के ईंख के खेत में घुस गया। मामले का पता चलने पर ग्रामीणों ने ईंख के खेत को घेर लिया और किसी तरह शोर शराबा कर ईंख में घुसे गुलदार को भगाया। गुलदार के जाने के बाद ग्रामीण बालक के नजदीक पहुंचे और उसे उठाकर सीएचसी पर ले गये। जहाँ चिकित्सकों ने जाँच करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था। 13 वर्षीय इकलौते बेटे की मौत से घर वालों में बुरी तरह से कोहराम मच गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि बालक की जान लेने वाला गुलदार पिछले काफी समय से रिहायशी क्षेत्र में दिखाई दे रहा था, जिसके चलते ग्रामीणों की ओर से वन विभाग को मामले की जानकारी देकर गुलदार को पकड़े जाने की मांग की थी। आरोप है कि वन विभाग की ओर से गुलदार को पकड़ने के कोई प्रयास नहीं किये गये। जिसके चलते वन विभाग की लापरवाही से एक ग्रामीण के घर का इकलौता चिराग हमेशा के लिये बुझ गया। ग्रामीणों ने किसी तरह से परिजनों को धीरज बंधाया।
रिपोर्ट- मौ0 आरिफ़