ग्लेशियर हादसाः मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर फंसे श्रमिकों को निकाला
रेस्क्यू में लगी टीमों ने फंसे लोगों को बचाने के लिए टैक्नोलाॅजी का सहारा लिया है, जिससे उन्हें सफलता भी मिल रही है।
देहरादून। चमोली में हुए ग्लेशियर हादसे के बाद रेस्क्यू कार्य चल रहा है। रेस्क्यू में लगी टीमों ने फंसे लोगों को बचाने के लिए टैक्नोलाॅजी का सहारा लिया है, जिससे उन्हें सफलता भी मिल रही है।
उत्तराखंड के चमोली क्षेत्र में आज सुबह के समय ग्लेशियर फटने से भयानक हादसा हो गया। इस हादसे में मकान बह गये। पानी की तेज धार ने पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया, वहीं बांध भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। नागरिकों के साथ-साथ बड़ी संख्या में पशु भी जल के तेज प्रवाह में बह गये। लगभग 150 लोगों के बहने की आशंका बनी हुई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व आईटीबीपी की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव टीमों ने हाईटेक टैक्नोलाॅजी का सहारा लिया है। उन्होंने टनल में फंसे श्रमिकों के मोबाइल नम्बर लिये और उनको लोकेशन के हिसाब से ट्रेक कर टीम मौके पर पहुंच गई। लोकेशन ट्रेकर के आधार पर बचाव टीमों ने टनल में फंसे कई श्रमिकों को बाहर निकाला। टीमें लगातार बचाव कार्य में लगी हुई हैं।