सूदखोरों का डर-छोटे भाई को गोली मारकर बड़े ने खुद को उड़ाया
सूदखोरों के डर की वजह से दो युवकों की असमय ही जान चली गई।
फिरोजाबाद। सूदखोरों के डर की वजह से दो युवकों की असमय ही जान चली गई। बेटे के इलाज के लिए गए कर्ज की अदायगी के लिए सूदखोरों की ओर से डाले जा रहे दबाव के चलते बड़े भाई ने पहले छोटे भाई को गोली से उड़ाया और फिर खुद को भी गोली मारकर अपनी जान दे दी। मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पचोखरा थाना क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर निवासी 55 वर्षीय प्रेमशंकर अपने छोटे भाई 52 वर्षीय प्रेमचंद्र के साथ गांव में ही रह रहा था। लगभग 2 साल पहले प्रेमशंकर की पत्नी की मौत हो गई थी। प्रेम शंकर के मौजूदा समय में दो बेटे हैं। कुछ दिन पहले प्रेमशंकर के बड़े बेटे को अधरंग की बीमारी हो गई थी। उसके इलाज के लिए प्रेमशंकर को लगभग 700000 रूपये का कर्ज लेना पड़ गया। कराए गए इलाज के बाद बेटे की स्थिति पहले के मुकाबले ज्यादा बेहतर हो गई। लेकिन बेटे के इलाज की वजह से प्रेम शंकर के ऊपर कर्ज का बोझ लद गया। इसे लेकर वह बुरी तरह से परेशान रहने लगा। उधर सूदखोरों ने उसके ऊपर कर्ज अदायगी का दबाव बनाना शुरू कर दिया था।
छोटे भाई प्रेमचंद्र की शादी नहीं हुई थी। इस कारण वह उसके भविष्य को लेकर भी चिंतित रहता था। उसका मानना था कि मेरी मौत के बाद छोटे भाई की देखरेख आखिर कौन करेगा? कर्जदार भी छोटे भाई को ही परेशान करेंगे। इसी के चलते प्रेमशंकर ने बीती देर रात एक हौलनाक कदम उठाया और पहले छोटे भाई प्रेमचंद्र को गोली मारी उसके बाद खुद को भी गोली से उड़ा दिया। सोमवार की रात लगभग 3.00 बजे जब पड़ोसियों को गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी तो वह भाग दौड़ कर मौके पर पहुंचे। जहां प्रेमचंद्र का शव पड़ा हुआ था। उधर प्रेमशंकर की हालत गंभीर थी और वह जमीन पर पड़ा हुआ तड़प रहा था। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस घायल को उठाकर अस्पताल ले गई। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान घटनास्थल से एक देसी बंदूक और सुसाइड नोट बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि मृतक आत्महत्या करने जा रहा है। इसके लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। पुलिस ने दोनों भाइयों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।