संकट में निकाली राह-ऑक्सीजन के लिए बॉर्डर का हिस्सा खोलेंगे किसान
सरकार के अधिकारियों के साथ हुई मुलाकात के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने इस बात का ऐलान किया है
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी की सीमाओं पर धरना दे रहे किसानों ने कोरोना महामारी के संकट में ऐलान किया है कि अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को रास्ता देने के लिए सिंघु बॉर्डर पर सड़क के एक हिस्से को खोला जाएगा। कोरोना महामारी के इस संकट के किसान अपना हरसंभव सहयोग देने के लिये तैयार है। हरियाणा सरकार के अधिकारियों के साथ हुई मुलाकात के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने इस बात का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता दर्शन पाल ने एक बयान में कहा है कि सरकार के साथ हुई बैठक में ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों, एंबुलेंस और ऐसे अन्य आपातकालीन वाहनों को रास्ता देने के लिए सिंघु बॉर्डर पर राजमार्ग के एक तरफ की सड़क पर लगे बैरिकेड को हटाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान कोविड-19 महामारी से निपटने में हर संभव सहायता देने को तैयार हैं। किसान नेता के बयान के मुताबिक बैठक में सोनीपत के पुलिस अधीक्षक, मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के अलावा किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहे। दर्शन पाल ने प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा दिल्ली को होने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित किए जाने के आरोपों को पूरी तरह से निराधार करार दिया है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बीते वर्ष की 26 नवंबर से हजारों की तादाद में किसान दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर धरना देते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग पर अडे किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं।