दफ्तर के बाहर किसानों ने लगाया पोस्टर- कामचोर लापता तहसीलदार
लेकिन तहसीलदार कभी भी अपने दफ्तर में नहीं मिलते हैं।
अमेठी। अधिकारियों की कार्य शैली से नाराज हुए किसानों ने तहसीलदार के दफ्तर के बाहर पोस्टर चस्पा करते हुए तहसीलदार को कामचोर बताते हुए उनके लापता होने की बात कही है।
बृहस्पतिवार को अमेठी में अफसरों की कार्य शैली से नाराज हुए किसानों द्वारा तहसीलदार के दफ्तर के बाहर एक पोस्ट चस्पा किए जाने का मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहे पोस्टर में किसानों ने तहसीलदार के दफ्तर के बाहर पोस्टर लगाते हुए उनके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। तहसीलदार को कामचोर एवं लापता होना बताने वाले किसानों का आरोप है कि वह अपनी जमीन को बंधक मुक्त करने के लिए पिछले 6 महीने से तहसील के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन तहसीलदार कभी भी अपने दफ्तर में नहीं मिलते हैं।
अमेठी तहसील क्षेत्र के मंडोली गांव के रहने वाले अजय पांडे का आरोप है कि उन्होंने सालों पहले अपनी जमीन पर कर्जा लिया था और उसे कर्ज को कई साल पहले वह चुकता भी कर चुका है। अब वह अपनी जमीन को बंधक मुक्त करा कर दोबारा से कर्ज प्राप्त करना चाह रहे हैं। क्योंकि उन्हें पैसे की सख्त जरूरत है। दोबारा बैंक से ऋण लेने के लिए गाइड लाइन के मुताबिक भूमि का बंधक मुक्त होना अनिवार्य है। इसी काम को लेकर अजय पांडे पिछले तकरीबन 6 महीने से तहसील का चक्कर लगा रहा है। लेकिन उस समय से लेकर अभी तक दो तहसीलदार आए और चले गए, लेकिन उसकी जमीन को आज तक बंधक मुक्त नहीं किया गया है।