किसान आंदोलन-किसानों की भाजपाइयों से भिडंत-तोड़फोड़-हंगामा, पथराव

नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहे किसानों का भाजपा कार्यकर्ताओं से टकराव हो गया।

Update: 2021-06-30 10:17 GMT

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में राजधानी के गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन करते हुए धरना दे रहे किसानों का भाजपा कार्यकर्ताओं को काले झंडे दिखाने को लेकर टकराव हो गया। बताया जा रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेशीय मंत्री अमित बाल्मीकि का स्वागत करने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान आंदोलन कर रहे किसान काले झंडे लेकर सामने आ गए। इसी को लेकर बवाल शुरू हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसानों पर तोड़फोड़, हंगामा और पथराव का आरोप लगाया है। उधर किसान नेता भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा कार्यकर्ताओं के ऊपर किसानों के मंच पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले 3 दिन से यहां पुलिस के संरक्षण में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश की जा रही थी।  

बुधवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ काले झंडे दिखाने को लेकर हुए टकराव के बाद भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि कोई मंच पर कब्जा करने की कोशिश करेगा तो उसकी बक्कल उतार दी जाएगी। यदि उन्हें हमारे मंच पर आना है तो भाजपा को छोड़कर आए। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता पिछले 3 दिन से लगातार रोजाना यहां पर आ रहे हैं पुलिस उन्हें संरक्षण दे रही है।

उन्होंने दो टूक कहा है कि पुलिस गुंडई छोड़ दे और भाजपा कार्यकर्ता ना बने। भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सुनियोजित ढंग से गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईओवर के बीचो बीच मंच के पास भारी संख्या में इकटठा होने के बाद अपने नेता के स्वागत के बहाने वहां पर ढोल नगाड़े बजाते हुए किसान आंदोलन के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। किसानों ने जब उन्हें ऐसा करने से मना किया तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसानों के ऊपर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। किसान यूनियन ने भाजपा पर आंदोलन को तोड़ने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि आज गाजीपुर बॉर्डर पर हुई हिंसा इस बात का पुख्ता प्रमाण है। किसान यूनियन ने किसानों से अपील की है कि वह किसी के बहकावे में आए बगैर आंदोलन को बचाए रखें।

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