कुत्ते ने अपनी जान देकर करंट से बचाई लोगों की जिंदगी- कांवड या़त्रा...
बिजली के खंभे में उतरे करंट ने कुत्ते को अपने से चिपका लिया।
खतौली। खंबे में उतरे करंट की चपेट में आकर कुत्ते की मौत हो गई। कुत्ते की जान जाने से अनजाने में लोगों की जिंदगी जाने से बच गई है। कांवड यात्रा के दौरान अगर यह हादसा हो जाता तो निश्चित रूप से किसी कांवडियें की जान जा सकती थी। कुत्ते की मौत को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। दरअसल शहर के जीटी रोड पर इंदिरा मूर्ति के निकट स्थित शिवलोक मार्केट में खड़े बिजली के खंभे में करंट उतर आया था। लोगों को इस बात की जरा भी जानकारी नहीं थी। इसी दौरान सड़क पर घूमता हुआ कुत्ता खंबे के करीब पहुंच गया और वह उससे टच हो गया।
बिजली के खंभे में उतरे करंट ने कुत्ते को अपने से चिपका लिया। जब तक आसपास के लोग लाठी-डंडे लेकर कुत्ते को छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंचते उससे पहले ही करंट की चपेट में आए कुत्ते की मौत हो चुकी थी। कुत्ते की मौत को लेकर लोगों में वैसे तो रोष व्याप्त है लेकिन कुत्ते ने अपनी जान देकर अन्य लोगों की जिंदगी को अनजाने में ही बचा लिया है। क्योंकि खंबे में उतरे करंट की मार्केट में दुकान करने और वहां पर खरीदारी के लिए आने वाले लोगों को जानकारी नहीं थी।
कुत्ते की करंट से जान जाने के बाद उन्हें पता चला कि खंभे में करंट उतरा हुआ है। कुत्ते की मौत के बाद सचेत हुए लोगों ने खंबे के आसपास बेंच आदि रखकर अनजाने में उसके पास तक पहुंचने से लोगों को रोका। बाद में इस मामले की बिजली विभाग को जानकारी देकर खंभे में उतरे करंट को खत्म कराया गया। उल्लेखनीय है कि आगामी चार जुलाई से श्रावण मास की कांवड या़त्रा शुरू होने जा रही है। वैसे तो कागजी तौर पर बिजली विभाग और प्रशासन कांवड यात्रा की तैयारियों में लगा हुआ है। परंतु जिस तरह से आज बिजली के खंभे में उतरे करंट की चपेट में आकर मौत हुई है। उससे पता चलता है कि बिजली विभाग फिलहाल कागजी घोडे ही दौडा रहा है।
अगर यह हादसा कांवड यात्रा के दौरान होता तो निश्चित रूप से किसी शिवभक्त कांवडिये की जान जा सकती थी। क्योकि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है उस स्थान पर कांवड यात्रा के दौरान कांवडियों की सेवा के लिये शिविर लगाया जाता है और इस शिविर में हर समय सैकडों कांवडियोें और उनकी सेवा करने वालोें का जमावडा लगा रहता है।