क्रिकेटर मोहम्मद शमी के समर्थन में उतरे देवबंदी उलेमा बोले.....

इस्लाम में किसी के अमल को देखने के बजाय अपने कर्मों को सुधारने की सीख दी गई है।;

Update: 2025-03-07 06:56 GMT

देवबंद। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चैंपियन ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए मुकाबले के दौरान रोजा नहीं रखे जाने को लेकर बरेली के मौलाना द्वारा दिखाई गई नाराजगी के संबंध में मशहूर देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने मोहम्मद शमी के रोजा नहीं रखने का बचाव किया है।

जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक एवं मशहूर देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इशहाक गोरा ने मोहम्मद शमी के रोजा नहीं रखने का बचाव किया है।

उन्होंने कहा है कि कई लोगों ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर सवाल उठाया है कि एक मुसलमान होने के बावजूद मोहम्मद शमी ने रोजा क्यों नहीं रखा है?

देवबंदी उलेमा ने ट्रोलर्स को नसीहत देते हुए कहा है कि दूसरों की धार्मिक आस्था एवं व्यक्तिगत फैसलों को लेकर अनावश्यक बहस करने के बजाय प्रत्येक व्यक्ति को अपने आचरण पर ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा है कि इस्लाम में किसी के अमल को देखने के बजाय अपने कर्मों को सुधारने की सीख दी गई है।

मौलाना ने कहा है कि बगैर सही जानकारी के किसी के बारे में गलत धारणा बनाना और आलोचना करना उचित नहीं है। मौलाना ने कहा है कि इस्लाम में किसी भी व्यक्ति को मजबूर करने का कोई नियम नहीं है और प्रत्येक व्यक्ति को अपने धार्मिक मामलों में व्यक्तिगत आजादी प्राप्त है।Full View

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