कालाबाजारी निष्पक्ष जांच-प्रदेश में मिलेगा सबसे बड़ा घोटाला-पूनिया
कालाबाजारी की निष्पक्ष जांच की जाए तो प्रदेश में देश का सबसे बड़ा चिकित्सा घोटाला मिलेगा।
जयपुर । राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर वैश्विक महामारी कोरोना आपदा में अवसर ढूंढने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कोरोना कुप्रबंधन के साथ दवाई, इंजेक्शन, वेंटिलेटर आदि कालाबाजारी की निष्पक्ष जांच की जाए तो प्रदेश में देश का सबसे बड़ा चिकित्सा घोटाला मिलेगा।
डॉ. पूनिया ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मामले को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस बात के लिए तो पहले से बदनाम थी कि मास्क, वैक्सीन की चोरी होना, लेकिन कोरोना की लहर के उतार के समय ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर का आर्डर किया गया और उसमें चार कंपनियों में से तीन को अग्रिम भुगतान किया गया।
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की निरपेक्ष तरीके से जांच की जाए तो बहुत बड़ी साजिश और भ्रष्टाचार की बू आ रही है, अपने आप में इस तरीके से किसी प्रदेश में इतने बड़े पैमाने पर दवा एवं बाकि चीजों की अनियमिततायें तो पहले से हैं ही, लेकिन राज्य सरकार को समय रहते ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की जरूरत थी जो वह कर नहीं पाए, अब ऐसे में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कि इतने बड़े पैमाने पर खरीद कि क्या आवश्यकता पड़ी इस बारे में सरकार स्पष्ट नहीं कर पाई।
डॉ. पूनिया का कहना है कि राज्य सूची के विषय चिकित्सा व्यवस्था को सरकार दुरुस्त करती तो काफी संख्या में लोग अस्पतालों के दरवाजों पर दम नहीं तोड़ते, पहली लहर में राज्य सरकार ने अपनी पीठ थपथपाई, भीलवाड़ा मॉडल की खूब चर्चा की, अब अहम मुद्दा है कि राजस्थान में ऐसा मॉडल क्यों नहीं बना कि जिससे लोगों को रिलीफ मिलती। अपनी नाकामियों, विफलताओं को छुपाने के लिये दूसरे कामों में सरकार लगी हुई है, राज्य सरकार की नीयत व नीति ठीक नहीं है, इधर-उधर की बात करके सरकार टाइम पास कर रही है।
वार्ता