दोबारा कैंडिडेट बनी BJP सांसद को खुद के बजाय मोदी के नाम का ही सहारा
2019 मे हिमाद्री सिंह ने भारतीय जनता पार्टी से सांसद का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी।
शहडोल। सांसद निर्वाचित होने के बाद पूरे 5 साल तक अपने संसदीय क्षेत्र में दिखाई नहीं दी मौजूदा सांसद हिमाद्री सिंह को इस बार अपने काम के बजाय शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के आधार पर दोबारा से संसद में पहुंचाना पड़ेगा।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा शहडोल संसदीय क्षेत्र से एक बार फिर से मौजूदा सांसद हिमाद्री सिंह के नाम पर अपनी मोहर लगाई गई है। उनके पिता स्व दलवीर सिंह कांग्रेस सरकार मे केंद्रीय मंत्री रह चुके थे, वहीं उनकी माता स्व. राजेश नंदिनी सिंह कांग्रेस से विधायक और सांसद रह चुकी थी। एक बार हिमाद्री सिंह ने भी कांग्रेस पार्टी से संसद का चुनाव लड़ा था, जिसमे उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा था। जिसके बाद 2019 मे हिमाद्री सिंह ने भारतीय जनता पार्टी से सांसद का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई थी।
वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह तीसरी बार लोकसभा चुनाव के मैदान में अपनी किस्मत आजमायेंगी। जहां तक सांसद के मौजूदा 5 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों की बात है तो मतदाताओं के लिए सांसद का यह कार्यकाल निराशावादी ही रहा है, क्योकि अपने पांच साल के कार्यकाल में वह क्षेत्रीय मतदाताओं को विकास की कोई बड़ी सौगात नहीं दे पाई है। हिमाद्री सिंह को शिक्षित युवा महिला नेत्री होने का फायदा मिला है। पिछला चुनाव हिमाद्री सिंह ने लगभग 4:50 लाख वोटो से जीता था, इसका भी लोकसभा टिकट वितरण में उन्हें फायदा मिला है।
अनूपपुर के पुष्पराजगढ़ के रहने वाली हिमाद्री सिंह ने बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए कोई खासकर नहीं किया है। इसलिए एक बार फिर हिमाद्री सिंह को शहडोल संसदीय क्षेत्र से टिकट मिलने से लोगो मे काफी नाराजगी है। जिसका ताजा उदाहरण नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन में कोरोना काल से बंद ट्रेनों के ठहराव के लिए क्षेत्रवासियों के द्वारा की जा रही मांग है। लेकिन वर्तमान सांसद एवं 2024 की लोकसभा प्रत्याशी हिमाद्री सिंह का इन बीते 5 वर्षों में न तो जनता से कोई जुड़ाव रहा और ना ही जन हितैषी मुद्दों से उनका कोई मतलब रहा है। इन्ही सब कारणों को लेकर क्षेत्र की जनता काफी नाराज है 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी अपनी सांसद को नहीं पहचानते क्षेत्र के लोग
आगामी लोकसभा 2024 के लिए एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने वर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है लेकिन विडंबना यह है की बांधवगढ़ विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्र की जनता जनार्दन आज भी अपनी सांसद को नहीं पहचानती है जिसका कारण यह है हिमाद्री सिंह अपने 5 वर्षों के कार्यकाल मे कभी भी जनता जनार्दन के बीच में नहीं पहुंची है जिस कारण लोगो ने दबी जुबान में यह कहना शुरू कर दिया है आगामी लोकसभा चुनाव में तो क्या मोदी का नाम ही बनेगा, हिमाद्री सिंह की जीत का आधार।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास, मध्य प्रदेश