बिजनौर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और असम राज्य में कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं की मौत पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाल रहे कांग्रेसियों की रोके जाने पर पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक हो गई। इससे गुस्साए कांग्रेसी सड़क पर ही नारेबाजी करते हुए धरना देकर बैठ गए।
दरअसल कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और असम में हुई दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बृहस्पतिवार की देर रात शहर अध्यक्ष मीनू गोयल के आवास पर इकट्ठा हुए थे। यहां से कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में मोमबत्ती लेकर जिस समय कैंडल मार्च निकाल रहे थे तो मौके पर मौजूद भारी संख्या में पुलिस ने कांग्रेसियों को आगे जाने से रोक दिया। इससे नाराज हुए कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जोरदार बहस हुई।
पुलिस ने जब उन्हें आगे नहीं जाने दिया तो नाराज हुए कार्यकर्ता जोरदार नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही डरना देकर बैठ गए। इस मामले को लेकर जिला उपाध्यक्ष मुनीष त्यागी और नगर अध्यक्ष मीनू गोयल ने पुलिस की कार्य शैली पर विरोध जताते हुए कहा कि हमारे दो कार्यकर्ता शहीद हुए हैं और हम उन्हें मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देने जा रहे थे।
लेकिन पुलिस ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए हमारे मौलिक अधिकारों के मुताबिक शहीदों को श्रद्धांजलि नहीं देने दी।