आखिरी गेंद पर छक्के से पंजाब की बेंगलुरु पर रोमांचक जीत
शानदार अर्धशतकों से आसान जीत की तरफ बढ़ रही किंग्स इलेवन पंजाब ने अंतिम ओवरों में लड़खड़ाहट दिखाई।
शारजाह। कप्तान लोकेश राहुल (नाबाद 61) और यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल रॉयल (53) के शानदार अर्धशतकों से आसान जीत की तरफ बढ़ रही किंग्स इलेवन पंजाब ने अंतिम ओवरों में लड़खड़ाहट दिखाई लेकिन आखिरी गेंद पर निकोलस पूरन के छक्के से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आठ विकेट से हराकर आईपीएल-13 में गुरूवार को दूसरी जीत हासिल कर अपनी उम्मीदों को कायम रखा।
पंजाब का सात मैचों के बाद गेल को शारजाह के छोटे मैदान में उतारने का फैसला काम कर गया जबकि विराट अपने धाकड़ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को देर से उतारना भारी पड़ गया। मैच में यही सबसे बड़ा अंतर रहा। बेंगलुरु ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में छह विकेट पर 171 रन बनाये। पंजाब ने राहुल और गेल के अर्धशतकों से 20ओवर में दो विकेट पर 177 रन बनाकर जीत हासिल कर ली।
पंजाब की आठ मैचों में यह दूसरी जीत है और उसके चार अंक हो गए हैं। बेंगलुरु को आठ मैचों में तीसरी हार का सामना करना पड़ा है लेकिन उसके खाते में 10 अंक हैं।
गेल इस आईपीएल में पहली बार खेलने उतरे और उन्होंने अपने पहले ही मैच में आतिशी अर्धशतक जड़ डाला। गेल ने 45 गेंदों पर 53 रन में एक चौका और पांच छक्के लगाए। कप्तान राहुल ने कप्तानी की पूरी जिम्मेदारी के साथ खेलते हुए 49 गेंदों पर नाबाद 61 रन में एक चौका और पांच छक्के लगाए। ओपनर मयंक अग्रवाल 25 गेंदों पर 45 रन में चार चौके और तीन छक्के लगाए।
राहुल और मयंक ने पहले विकेट के लिए आठ ओवर में 78 रन जोड़कर टीम को ठोस शुरुआत दी जबकि राहुल ने गेल के साथ दूसरे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की। पंजाब 17 ओवर की समाप्ति तक आसान जीत की दहलीज पर पहुंच गया था।
गेल ने 17वें ओवर में वाशिंगटन सुंदर पर दो छक्के मारे। इस ओवर की समाप्ति पर पंजाब का स्कोर 161 रन पहुंच चुका था और उसे 18 गेंदों पर जीत के लिए मात्र 11 रन की जरूरत थी लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने आश्चर्यजनक रूप से अगले तीन ओवरों में कोई बड़ा शॉट नहीं खेला।
क्रिस मौरिस के पारी के 18 वें ओवर में चार रन गए जबकि इसुरु उदाना के पारी के 19 वें ओवर में पांच रन गए। पंजाब को आखिरी ओवर में जीत के लिए मात्र दो रन चाहिए थे लेकिन राहुल और गेल ने मैच को आखिरी गेंद तक फंसा दिया। युजवेंद्र चहल की पहली दो गेंदों पर कोई रन नहीं गया जबकि गेल ने तीसरी गेंद पर सिंगल लेकर स्कोर बराबर कर दिया। चौथी गेंद पर राहुल कोई रन नहीं ले पाए जबकि पांचवीं गेंद पर गेल रन आउट हो गए।
मैच अब पंजाब के लिए फंस चुका था लेकिन पूरन ने चहल की आखिरी फुलटॉस गेंद को छक्के के लिए उठाकर पंजाब को राहत और जीत दिलाई।
बेंगलुरु को डिविलियर्स को देर से उतारना अंत में भारी पड़ा गया और टीम शारजाह के छोटे मैदान में कम से कम 20 रन पीछे रह गयी। बेंगलुरु का 171 का स्कोर भी क्रिस मौरिस के कारण संभव हो पाया जिन्होंने आखिरी ओवर में तीन छक्के और एक चौका मारा।
पंजाब के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 18वें ओवर में डिविलियर्स और विराट के विकेट निकाले लेकिन फिर पारी के आखिरी ओवर में 24 रन भी दे डाले। मौरिस ने पारी के आखिरी ओवर में शमी की गेंदों पर एक चौका और तीन छक्के ठोके। इस ओवर में 24 रन पड़े और बेंगलुरु का स्कोर सम्मानजनक बन गया।
विराट क्रीज पर काफी देर तक रहे और 39 गेंदों पर मात्र तीन चौकों की मदद से 48 रन ही बना सके। डिविलियर्स सातवें ओवर में आरोन फिंच के आउट होने के बाद मैदान पर उतर सकते थे लेकिन उन्हें रोककर पहले वाशिंगटन सुंदर को और उसके बाद शिवम दुबे को उतारा गया। डिविलियर्स 17वें ओवर में मैदान में उतरे लेकिन तब तक काफी समय निकल चुका था। शमी ने 18वें ओवर में डिविलियर्स को दीपक हुड्डा के हाथों कैच करा दिया। डिविलियर्स पांच गेंदों में दो रन ही बना सके। डिविलियर्स के आउट होने के दो गेंद बाद शमी ने विराट को विकेटकीपर लोकेश राहुल के हाथों कैच करा दिया।
मौरिस ने आठ गेंदों पर एक चौका और तीन छक्के उड़ाते हुए नाबाद 25 रन ठोके जिसकी बदौलत बेंगलुरु की टीम 171 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंच सकी। मौरिस ने पारी के आखिरी ओवर में शमी की गेंदों पर एक चौका और तीन छक्के ठोके। इस ओवर में 24 रन पड़े जिसने एक झटके में बेंगलुरु के स्कोर को कुछ सम्मान दे दिया लेकिन अंत में यह स्कोर कम साबित हुआ।
बेंगलुरु ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। देवदत्त पडिकल ने 18, आरोन फिंच ने 20, वाशिंगटन सुंदर ने 13 और शिवम दुबे ने दो छक्कों की मदद से 23 रन बनाये।
बेंगलुरु ने इस मुकाबले में अपनी टीम में कोई परिवर्तन नहीं किया जबकि पंजाब ने टीम में तीन परिवर्तन करते हुए मनदीप सिंह, प्रभसिमरन सिंह और मुजीब उर रहमान की जगह क्रिस गेल, दीपक हुड्डा और मुरुगन अश्विन को शामिल किया। गेल को उतारने का फैसला पंजाब के लिए जैकपॉट साबित हुआ।