ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने का प्रस्ताव खारिज
उल्लेखनीय है कि यह दौरा स्थगित होने से ऑस्ट्रेलिया की आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
नई दिल्ली। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की अपनी संभावनाओं को बनाए रखने के लिए दक्षिण अफ्रीका को अपने यहां टेस्ट सीरीज खेलने का प्रस्ताव दिया था लेकिन सीएसए ने इसे पूरी तरह से नकार कर दिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम मुख्य कार्यकारी निक होक्ली ने कहा कि सीएसए का कहना है कि उनकी अन्य देशों के साथ भी प्रतिबद्धताएं है और कोरोना काल में क्वारंटीन पीरियड में बहुत अधिक समय व्यर्थ हो जाता है जिसके कारण वह ऑस्ट्रेलिया आकर टेस्ट सीरीज नहीं खेलने के पक्ष में नहीं है।
होक्ली ने कहा, "हम दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड से बात कर रहे हैं। हमने प्रस्ताव रखा था कि वह ऑस्ट्रेलिया में आकर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज को पूरा कर सकते हैं लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया है। हम किसी तटस्थ स्थल पर भी अभी नहीं खेल सकते हैं। इसके लिए कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। इसके अलावा वहां पर कोविड-19 के अलग-अलग प्रोटोकॉल होंगे, साथ ही कई तरह की बंदिशों में हमें खेलना पड़ेगा।"
उल्लेखनीय है कि यह दौरा स्थगित होने से ऑस्ट्रेलिया की आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। ऑस्ट्रेलिया के यह सीरीज नहीं खेलने से न्यूज़ीलैंड ने फाइनल में स्थान बना लिया है। ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन में भारत से हार के बाद तालिका में तीसरे स्थान पर खिसक गया है जबकि भारत पहले और न्यूज़ीलैंड दूसरे स्थान पर है।
ऑस्ट्रेलिया के 69.2 प्रतिशत अंक हैं जबकि न्यूज़ीलैंड के 70 प्रतिशत और भारत के 71.7 प्रतिशत अंक हैं। न्यूज़ीलैंड की चैंपियनशिप में सीरीज पूरी हो चुकी हैं और उसके अंक उतने ही रहने हैं। ऑस्ट्रेलिया अब न्यूज़ीलैंड से आगे नहीं जा सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए फाइनल में पहुंचने की स्थिति तभी बन सकती है जब भारत और इंग्लैंड के सीरीज में बराबर अंक रहें और उनका प्रतिशत ऑस्ट्रेलिया के 69.17 प्रतिशत से नीचे गिर जाए तभी ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल में पहुंच सकता है। यह तभी होगा जब सीरीज ड्रा रहे या इंग्लैंड 1-0, 2-0 या 2-1 के अंतर से जीते या फिर भारत 1-0 के अंतर से जीते।