कैप्टन कूल ने कहा 2020 हमारे लिए अच्छा नहीं रहा
आईपीएल की तीन बार की विजेता टीम चेन्नई सुपर किंग्स के धोनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली निराशाजनक हार के बाद कहा है
अबु धाबी। आईपीएल की तीन बार की विजेता टीम चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मिली निराशाजनक हार के बाद कहा है कि आईपीएल का यह सत्र टीम के लिए अच्छा नहीं रहा।
चेन्नई ने सोमवार के इस मुकाबले में ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की 35 रन की नाबाद पारी बदौलत केवल 125 रन बनाये थे। जिसके जवाब में राजस्थान ने 17.3 ओवर में ही तीन विकेट पर 126 रन बनाकर इस मुकाबले में एकतरफा जीत हासिल कर ली थी।
महेंद्र सिंह धोनी ने मैच के बाद कहा, "पिच पर तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ी मदद थी और मैं देखना चाहता था कि क्या गेंद रुक कर भी आ रही है, इसलिए मैंने जडेजा को गेंद थमाई थी। लेकिन गेंद पहली की तरह दूसरी पारी में उतना रुक कर नहीं आई जीतनी पहली पारी में आयी थी। जिसके बाद विकल्प तेज गेंदबाजों को ही इस्तेमाल करने का था और गेंद पुरानी होने के बाद स्पिनरों को लगाया जाता।"
उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से दूसरी पारी में बल्लेबाजी आसानी हो गई थी और स्पिनरों को दूसरी पारी में पहली पारी की तरह मदद नहीं मिली। हमेशा उस तरह नहीं होता जिस तरह आप सोचते हो। परिणाम हमेशा प्रक्रिया का नतीजा होता है। हम यह देख रहे हैं कि हमसे कहा गलती हुई या फिर हम शायद अपनी योजनाओं को सही से अमल नहीं कर पाए।"
महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "हम लाखों लोगों के सामने खेल रहे हैं इसलिए छुपाने जैसा कुछ भी नहीं है। हमने टीम में कुछ बदलाव किये और यह हम नहीं करना चाहते थे। हम टीम में बहुत अधिक बदलाव नहीं करना चाहते थे क्योंकि आपको नहीं पता अगले तीन-चार मुकाबलों में क्या होगा। हम खिलाड़ियों को उचित मौके देने चाहते है ताकि उनके दिमाग में यह न रहे कि यदि आप अच्छा प्रदर्शन नहीं करते है तो आपको अगले मैच में बैठा दिया जाएगा। हम कभी भी ड्रेसिंग रूम में असुरक्षा का माहौल बनाना नहीं चाहते।"
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार करते हुए कहा, "स्पष्ट रूप से हम इस सीजन में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके और युवाओं को भी अधिक मौके नहीं मिले। शायद हमें युवा खिलाड़ियों में उस तरह का प्रदर्शन नहीं मिला जिससे अनुभवी खिलाड़ियों को समर्थन मिल सके। टूर्नामेंट में हमारे अबतक के नतीजों ने युवा खिलाड़ियों को टीम में खेलना का मौका दे दिया है। युवा खिलाड़ियों को अब पूरा मौका मिलेगा और उनके ऊपर प्रदर्शन का कोई अधिक दबाव नहीं होगा।"
वार्ता