लाठी कहां चलानी है, अच्छी तरह से जानते हैं- अखिलेश यादव
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि लाठी कहां चलानी हैं, यह वह भी अच्छी तरह से जानते हैं और जयंत चौधरी भी।
मथुरा। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि लाठी कहां चलानी हैं, यह वह भी अच्छी तरह से जानते हैं और जयंत चौधरी भी। उन्होंने कहा कि किसान तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक कि किसान बिल रद्द नहीं होंगे।
मथुरा में आयोजित किसान महापंचायत में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्हें लाठी भेंट की गई। अपने सम्बोधन में उन्होंने भेंट की गई लाठी के संबंध में कहा कि मैं और जयंत चौधरी नौजवान हैं। हमें लाठी की जरूरत नहीं है। लेकिन जब लाठी दे दी गई है, तो हम इसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि वे और जयंत चौधरी दोनों ही जानते हैं कि लाठी कहां चलानी है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से किसान लड़ाई लड़ रहा है, एकजुट है, उससे भाजपा को पता लग गया है कि किसान अब रूकने वाला नहीं है। किसान तब ही रूकेगा, जब कृषि बिलों को वापिस लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में अगर किसानों का सबसे बड़ा कोई नेता हुआ है, तो वह हैं चौधरी चरण सिंह। सभा में बैठे बहुत से बुजुर्गों ने चौधरी चरण सिंह का उद्बोधन सुना होगा। देश के किसानों ने उन्हें अपना नेता माना था। अखिलेश ने कहा कि देश तब तक खुशहाल नहीं हो सकता, जब तक किसानों की बात करने वाले सरकार में नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने नोटबंदी की थी। उस वक्त कहा गया था कि काला धन वापिस आयेगा, भ्रष्टाचार समाप्त होगा। लेकिन आज तक काला धन वापिस नहीं आ सका है। जीसीटी लागू की गई, लेकिन कोई बताए कि जीएसटी लागू होने के बाद किसका कारोबार बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान जिस तरह की पाबंदियां भारत में लगाई गई, ऐसी बंदिशें पूरे विश्व में कहीं नहीं लगी।