जनपद मुजफ्फरनगर की इस सीट पर क्या होगा कैंडिडेट में बदलाव?
उत्तर प्रदेश18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव से पहले तेजी के साथ चल रहे दल बदल के दौर में पहले से प्रतिष्ठापित
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव से पहले तेजी के साथ चल रहे दल बदल के दौर में पहले से प्रतिष्ठापित नेताओं की भी निष्ठाएं बदल रही है, जिसके चलते एक ही दल में अपना आधे से भी अधिक जीवन गुजार चुके नेताओं का भी अपने दल से मोहभंग हो रहा है। ऐसे में जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार में बदलाव किए जाने की चर्चाएं राजनीतिक हलकों में जोर पकड़ती हुई जा रही है।
दरअसल हरियाणा के भड़ाना बंधु हरियाणा के बजाय पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना दखल बनाए रखने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान इस इलाके का अपना रुख कर लेते हैं। अवतार सिंह भड़ाना जनपद मेरठ की मेरठ-मवाना संसदीय सीट के अलावा जनपद मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ते हुए सांसदी और विधायकी हासिल कर चुके हैं। इस बार अवतार सिंह भड़ाना ने भाजपा से बोरिया बिस्तर समेटकर अपनी निष्ठा बदलते हुए राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार के रूप में गौतमबुद्ध नगर की गुर्जर बाहुल्य सीट पर अपने कदम रखे हैं। उधर उनके भाई करतार सिंह भड़ाना के भीतर भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की किसी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जोर मार रही है। करतार सिंह भड़ाना जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के विधायक रह चुके हैं। एक बार फिर से करतार सिंह भड़ाना ने जनपद मुजफ्फरनगर का रुख किया है और वह येन केन प्रकारेण किसी भी दल से टिकट की जुगत भिडाने में लगे हुए हैं। पता चल रहा है कि करतार सिंह भड़ाना अब उम्मीदवारों को तलाशती हुई घूम रही बहुजन समाज पार्टी के संपर्क में हैं। जिसके चलते राजनीतिक हलकों में चर्चाएं जोर पकड़ रही है कि करतार सिंह भड़ाना के बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने के बाद खतौली विधानसभा सीट के उम्मीदवार के नाम में बदलाव किया जा सकता है। दरअसल वर्ष 2012 में करतार सिंह भड़ाना खतौली विधानसभा सीट पर रालोद-कांग्रेस गठबन्धन से मिली जीत के चलते विधायक बने थे। इसके बाद अपनी निष्ठा बदलते हुए तीन साल पहले करतार सिंह भड़ाना ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। पूर्व विधायक करतार सिंह भड़ाना ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी बाजपेयी का जन्मदिन मनाने के बहाने खतौली विधानसभा सीट से भाजपा का सिम्बल हथियाने की जुगत भिड़ाने की कोशिश की थी, लेकिन जनपद के कुछ घाघ भाजपाइयों ने करतार सिंह भडाना की दाल गलने से पहले ही इनकी हंडिया चूल्हे पर ही फोड़ दी थी। इससे खिन्न हुए करतार सिंह भड़ाना सिम्बल लेने की जुगत भिड़ाने के अपने प्रयासों में टांग अडाने वाले भाजपाइयों को कोसते पीटते वापस हरियाणा लौट गये थे। किन्तु विधानसभा चुनाव की घोषणा के पश्चात से ही सियासी गिरगिटों द्वारा अपनी आस्था और रंग बदले जाने के क्रम में मंगलवार को सोशल मीडिया पर बसपा द्वारा माजिद सिद्दीकी का टिकट काटकर करतार सिंह भड़ाना को अपना प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चा ने लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को विवश कर दिया। चर्चा है कि सोशल मीडिया पर यह चर्चा करतार सिंह भड़ाना के कुछ खास सिपहसलारों द्वारा पूरे कॉन्फिडेंस के साथ चलायी गयी है। करतार सिंह भड़ाना के सिपहसलारों द्वारा चलायी गयी चर्चा अगर हक़ीकत में बदलती है तो खतौली विधानसभा सीट पर तगड़ा सियासी घमासान होने का अनुमान है।