पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष के लिए केंद्रीय मंत्री की नहीं कोई अहमियत
इसे लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री ने सख्त आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर चेयरमैन की शिकायत की है।
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता एवं हनक विश्व के तकरीबन सभी देशों में दिखाई दे रही है। मगर उन्ही की सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री की उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन की निगाह में कोई अहमियत नहीं है। हालात ऐसे हो चले हैं कि पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन केंद्रीय राज्य मंत्री का ना तो फोन उठाते हैं नहीं और ना ही व्हाट्सएप मैसेज का जवाब देते हैं। इसे लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री ने सख्त आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर चेयरमैन की शिकायत की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री कौशल किशोर का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉक्टर आशीष कुमार गोयल ना तो उनका फोन उठाते हैं और ना ही व्हाट्सएप पर किए गए मैसेज का कोई जवाब देते हैं।।।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखी चिट्ठी में केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया है कि पावर कॉरपोरेशन निविदा / संविदा कर्मचारी संघ ने उनके सामने आउटसोर्स कर्मियों की समस्याओं का मुद्दा उठाया था, संगठन की मांग पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डॉक्टर आशीष कुमार गोयल को दो बार चिट्ठी लिखी, जिससे दोनों पक्षों की आपस में बैठक कराकर उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
लेकिन केंद्रीय राज्य मंत्री के बुलाने पर भी चेयरमैन नहीं पहुंचे। केंद्रीय राज्य मंत्री ने टेलीफोन पर भी चेयरमैन से संपर्क किया लेकिन उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री का फोन रिसीव करना गवारा नहीं समझा।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने अध्यक्ष को व्हाट्सएप मैसेज भेजो लेकिन चेयरमैन उदासीनता दिखाते हुए उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन की इस कार्य शैली को खेदजनक बताते हुए कहा है कि इससे स्पष्ट होता है कि नौकरशाही जनप्रतिनिधियों के प्रति कितनी उदासीन है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सहानुभूति पूर्वक विचार कर समस्याओं के समाधान का अनुरोध किया है।