सीट शेयरिंग को लेकर खटपट- कांग्रेस के बाद नाखुश RLD ने मांगी और सीट

फार्मूला कांग्रेस एवं राष्ट्रीय लोकदल के आगे पेश किया है, वह कांग्रेस के बाद अब राष्ट्रीय लोकदल को भी रास नहीं आया है।

Update: 2024-01-29 07:03 GMT

लखनऊ। वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव की ओर अपनाया गया सीट शेयरिंग फार्मूला कांग्रेस के बाद अब राष्ट्रीय लोकदल को भी रास नहीं आया है, जिसके चलते केवल 7 सीट दिए जाने से नाखुश चल रही राष्ट्रीय लोकदल ने अपने लिए और ज्यादा सीटों की डिमांड रख दी है।

दरअसल विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया के भीतर लोकसभा चुनाव से पहले सीटों को बंटवारे को लेकर मामला सुलझने की बजाय लगातार उलझता हुआ जा रहा है। उधर उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीट शेयरिंग का जो फार्मूला कांग्रेस एवं राष्ट्रीय लोकदल के आगे पेश किया है, वह कांग्रेस के बाद अब राष्ट्रीय लोकदल को भी रास नहीं आया है।

जानकारी मिल रही है कि जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकदल ने अखिलेश यादव द्वारा दी गई सात सीटों पर नाखुशी जताते हुए अब और ज्यादा सीट देने की डिमांड रखी है।

जानकारी मिल रही है कि राष्ट्रीय लोकदल द्वारा अपने लिए उत्तर प्रदेश में दो और सीटों की डिमांड की गई है, हालांकि राष्ट्रीय लोकदल ने इस बात को लेकर अपनी सहमति जताई है कि उसके टिकट पर समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार इलेक्शन लड़ सकता है।

राष्ट्रीय लोकदल ने अखिलेश यादव को बताया है कि वर्ष 2018 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जनपद की कैराना लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की तबस्सुम बेगम राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़ी थी और इस इलेक्शन में आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ रही तबस्सुम बेगम ने भारतीय जनता पार्टी की मृगांक सिंह को हरा दिया था।

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