'मथुरा में मंदिर निर्माण' के मंत्र से नहीं होगी भाजपा की नैया पार: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा है कि मथुरा में मंदिर निर्माण के नये मंत्र जपने से इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नैया पार नहीं होगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही सियासी बयानबाजी का सिलसिला बढ़ाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि मथुरा में मंदिर निर्माण के नये मंत्र जपने से इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नैया पार नहीं होगी।
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अयोध्या और काशी के बाद अब मथुरा में भी मंदिर निर्माण की तैयारी करने के बयान पर पलटवार करते हुये गुरुवार को कहा कि आगामी चुनाव में रथयात्रा और नया चुनावी मंत्र भाजपा की मदद नहीं करने वाले है। उनको किसी भी नारे या मंत्र से मदद नहीं मिलेगी। जनता अब उन्हें जान चुकी है।
उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री मौर्य ने बुधवार को अपने ट्वीट में लिखा था, "अयोध्या, काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है। जयश्रीराम, जय शिवशंभू, जय राधेकृष्ण।" इसके बाद से ही सभी विपक्षी दल ने उन्हें और भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने भी मौर्य के ट्वीट पर पलटवार करते हुए भाजपा को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को आगाह करते हुये कहा, "यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा विधानसभा आम चुनाव के नजदीक दिया गया बयान कि अयोध्या व काशी में मन्दिर निर्माण जारी है अब मथुरा की तैयारी है, यह भाजपा के हार की आम धारणा को पुख्ता करता है। इनके इस आखिरी हथकंडे से अर्थात् हिन्दू-मुस्लिम राजनीति से भी जनता सावधान रहे।"
वहीं भाजपा खेमे से मौर्य के इस बयान के समर्थन में फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी। इसके उलट उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जरूर कहा कि चुनाव में भाजपा के लिये मंदिर नहीं विकास ही मुद्दा है। उन्होंने एक मीडिया साक्षात्कार में केशव मौर्य के बयान को निजी बताते हुए कहा कि 'अयोध्या, काशी और मथुरा, ना कभी चुनाव का मुद्दा था, ना आज है और ना ही भविष्य में रहेगा। प्रधानमंत्री हमेशा विकास के मुद्दे की बात करते हैं।'
वार्ता