किस्मत हुई मेहरबान-सफाई कर्मी के सिर सजा ब्लाक प्रमुख का ताज
दरअसल जनपद बागपत की ब्लाक प्रमुख बनी सुनीता लोनी स्थित एक नर्सिंग होम में सफाई कर्मचारी के रूप में काम कर रही है
बागपत। उत्तर प्रदेश में हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव से पहले तक एक सामान्य सफाईकर्मी के रूप में काम कर रही महिला किस्मत बदलते ही भाजपा प्रत्याशी को हराकर ब्लाक प्रमुख बन गई है। सत्ताधारी दल के उम्मीदवार को हराकर जीत का ताज पहनने वाली नई ब्लाक प्रमुख ने बिना किसी भेदभाव के क्षेत्र में समान रूप से विकास कार्य कराने की बात कही है।
दरअसल जनपद बागपत की ब्लाक प्रमुख बनी सुनीता लोनी स्थित एक नर्सिंग होम में सफाई कर्मचारी के रूप में काम कर रही है। उसके पति मजदूरी का काम करते हैं। मात्र कक्षा 5 तक पढ़ी नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख सुनीता का परिवार गाजियाबाद के बंथला में रहता है। बागपत ब्लॉक के गांव संतोषपुर में नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख सुनीता की ससुराल है। परिवार में दो बेटे और तीन बेटियां हैं। पिछले दिनों जब राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ और गांव की क्षेत्र पंचायत सदस्य सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई तो ग्रामीणों ने सुनीता को बुलाकर चुनाव लड़ाया। ग्रामीणों की एकजुटता से वह चुनाव जीत गई। इसी दौरान बागपत ब्लॉक का प्रमुख पद भी अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए आरक्षित हो गया। एक बार फिर से विपक्षी राजनीतिज्ञों को सफाई कर्मी सुनीता की याद आई और उन्होंने एकजुट होते हुए क्षेत्र पंचायत सदस्य बनी सफाई कर्मी सुनीता को ब्लाक प्रमुख पद का प्रत्याशी बना दिया। इतना ही नही इत्तिफाक से कई भाजपा नेताओं का भी उन्हें अंदर खाने साथ मिल रहा था। साथ ही विपक्ष भी उनके साथ एकजुटता से लग गया था। तमाम दांवपेच और सत्ता पक्ष के चैतरफा पड़े दबाव के बावजूद सुनीता ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीत गई है। नवनिर्वाचित ब्लाक प्रमुख सुनीता ने भाजपा प्रत्याशी को 9 वोटों से हराकर यह चुनाव जीता है। कक्षा 5 तक पढ़ी सुनीता तो क्या उनके परिवार में भी किसी ने कभी कोई सा भी चुनाव नहीं लड़ा है। ब्लाक प्रमुख निर्वाचित होने के बाद सुनीता ने बिना किसी भेदभाव के ब्लॉक क्षेत्र में विकास कार्य कराने की बात कही है।