विधानसभा में बहुमत की परीक्षा में सरकार हुई पास- बीजेपी का वॉकआउट
मतदान में सत्तापक्ष को एक सौ साठ विधायकों का वोट एवं समर्थन हासिल हुआ है।
पटना। भारी राजनीतिक उठापटक के बीच बुलाये गये विधानसभा के मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी की गैरमौजूदगी के बावजूद विधानसभा के भीतर नीतीश एवं तेजस्वी सरकार बहुमत की परीक्षा में पास हो गई है। जैसे ही सत्ता पक्ष की ओर से वोटिंग की मांग की गई तो भारतीय जनता पार्टी ने विरोध करते हुए कहा कि जब बहुमत पारित हो गया है तो मतदान की क्या आवश्यकता है? यह कहते हुए भारतीय जनता पार्टी ने सदन से वाकआउट कर दिया। बीजेपी की गैरमौजूदगी में वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई तो सरकार को ओवैसी की पार्टी का समर्थन भी हाथ लग गया। मतदान में सत्तापक्ष को एक सौ साठ विधायकों का वोट एवं समर्थन हासिल हुआ है।
बुधवार को बिहार में चल रहे राजनीतिक उठापटक के खेल में सीएम नितीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी सरकार विधानसभा के भीतर बहुमत सिद्ध करने में कामयाब हो गई है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण के दौरान विधानसभा की अध्यक्षता काम डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी में संभाला। बहस के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री के ऊपर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं है जिसे नीतीश कुमार ने ठगा नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे साथ 7 दल है और अब आठवें दल ने भी मेरा समर्थन कर दिया है। भाजपा सिर्फ विपक्ष में है। उन्होंने भाजपा नेताओं से कहा जितना बोलोगे उतना ही केंद्र से पारितोषिक के रूप में तुम्हेेें मिलेगा।
भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने जब सदन से वाकआउट किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह तो सदन के भीतर से भाग गए।