स्वामी प्रसाद मौर्य के भतीजे साइकिल से उतरे-सपा से दिया इस्तीफा
चुनाव के दौरान राज्य की सत्ता पर दावेदारी जता रही समाजवादी पार्टी में अब सब कुछ ठीक-ठाक नहीं दिखाई दे रहा है
लखनऊ। 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव के दौरान राज्य की सत्ता पर दावेदारी जता रही समाजवादी पार्टी में अब सब कुछ ठीक-ठाक नहीं दिखाई दे रहा है। चाचा शिवपाल यादव एवं पूर्व मंत्री आजम खान की बगावत के बीच स्वामी प्रसाद मौर्य के भतीजे साइकिल से उतरकर अलग हो गए हैं और उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी मुखिया को भेजे इस्तीफे में प्रदेश सचिव ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
सपा के प्रदेश सचिव प्रमोद मौर्य साईकिल की सवारी छोडकर समाजवादी पार्टी को टाटा बॉय बॉय कहते हुए अलग हो गये है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजे अपने इस्तीफे में प्रमोद मौर्य ने कई गंभीर आरोप लगाने के साथ साथ सपा में मौर्य, कुशवाहा, शाक्य, सैनी, समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया है। ऐसे में बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या देर सबेर स्वामी प्रसाद मौर्य भी अखिलेश यादव का साथ छोड़ देंगे?
दरअसल प्रतापगढ़ के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके प्रमोद मौर्य फरवरी 2018 में भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए थे। सपा में शामिल होते समय प्रमोद मौर्य ने स्वामी प्रसाद मौर्य के भी सपा में शामिल होने का दावा किया था। विधानसभा चुनाव से ऐन पहले प्रमोद मौर्य का दावा सच भी हुआ, वह बात अलग है कि दावा सच होने में समय जरूर लग गया, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए थे।
भाजपा को मिट्टी में मिला देने का दावा करते हुए सपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य खुद अपनी सीट भी नहीं जीत पाए। उन्हें फाजिलनगर से हार का सामना करना पड़ा। अक्सर बड़बोले बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव नतीजों के बाद से ही खामोश हैं।