प्रदेश सरकार की नीतियां कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन- प्रियंका
उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों की पिछले काफी समय से अनेक मांगे लंबित हैं
लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य कर्मचारियों की हड़ताल पर छह माह की पाबंदी लगाए जाने पर गहरी चिंता और रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस समय पूरी तरह से तानाशाही पर उतारू है।
शुक्रवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों की पिछले काफी समय से अनेक मांगे लंबित हैं। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनाव की मतगणना और मतदान में शिक्षकों व अन्य राज्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। इस दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले अनेक शिक्षक शिक्षिकाओं एवं अन्य राज्य कर्मचारियों की मौत हो गई है। जिनके निधन पर शोक जताने और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने के बजाय सरकार राज्य कर्मचारियों में इन मौतों से पनपे रोष को दबाने के लिए हड़ताल पर पाबंदी लगाने जैसे तुगलकी फरमानों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी लोगों को अपनी बात कहने और उसके लिए आंदोलन करने का अधिकार है। लेकिन सरकार ने राज्य कर्मचारियों के साथ उनकी मांगों के संबंध में बैठक में बातचीत कर समाधान तलाशने की बजाय उत्तर प्रदेश में तीसरी बार एस्मा यानी की राज्य कर्मचारियों की हड़ताल पर छह माह का प्रतिबंध लागू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की सभी नीतियां राज्य कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।