धारीवाल की नाराजगी के बाद SP गौरव पर गिरी गाज

पुलिस अधीक्षक गौरव यादव पर गाज गिरी और उनको कोटा से हटाकर जयपुर में सीआईडी (सीबी) के पुलिस अधीक्षक पद पर स्थानांतरित कर दिया गया।

Update: 2020-11-19 08:38 GMT

कोटा। राजस्थान में कोटा नगर निगम (दक्षिण) के महापौर के लिए गत 10 नवंबर को हुए मतदान के दौरान पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के बाद जैसा संभावित था, कोटा (शहर) पुलिस अधीक्षक गौरव यादव पर गाज गिरी और उनको कोटा से हटाकर जयपुर में सीआईडी (सीबी) के पुलिस अधीक्षक पद पर स्थानांतरित कर दिया गया।

महापौर के चुनाव के दौरान जिस तरह से पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर उन पर जमकर लाठियां बरसाई थीं और कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते हुए दूर तक खदेड़ दिया था, तब ही कोटा के किसी बड़े पुलिस अधिकारी पर गाज गिरना तय हो गया था। कोटा में दोनों नगर निगमों के चुनाव की जिम्मेदारी संभाल रहे नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने इस घटना को लेकर काफी नाराजगी जताई थी और उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर अकारण लाठीचार्ज की बात कहते हुए पुलिस अधीक्षक (शहर) को जमकर लताड़ भी लगाई थी।

इस घटना में कांग्रेस के नौ कार्यकर्ता चोटिल हुए थे जिनमें से कुछ कार्यकर्ताओं को इलाज के लिए एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था। उनसे मुलाकात के बाद श्री धारीवाल ने गहरी नाराजगी के साथ सारे घटनाक्रम से व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को अवगत कराते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ ठोस काररवाई करने के लिए कहा था। इस मामले में श्री धारीवाल इतने खफा थे कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि विपक्ष हमारे ऊपर यह आरोप लगा रहा है कि कांग्रेस प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग चुनाव में कर रहा है, लेकिन सब लोग देख रहे हैं कि पुलिस किसका साथ दे रही है और किस पर लाठियां बरसा रही है? उनका सीधा इशारा पुलिस और भाजपा के बीच मिलीभगत को लेकर था।

मुख्यमंत्री गहलोत ने भी श्री धारीवाल की शिकायत को काफी गंभीरता से लिया और घटना वाले दिन के तीसरे पहर ही गृह सचिव एलएन मीणा को कोटा रवाना कर दिया और अगले 24 घंटे में इस समूचे प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। श्री मीणा 10 नवंबर को कोटा आकर घायल कार्यकर्ताओं से एमबीएस अस्पताल में मिले। उन्होंने अगले दिन सर्किट हाउस में जिला मजिस्ट्रेट सहित कई पुलिस अधिकारियों से बातचीत की और उसी दिन जयपुर लौट कर अगले दिन अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को पेश कर दी।

इसी के बाद से कोटा के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ काररवाई की प्रतीक्षा की जा रही थी और कोटा के महापौर और दो उपमहापौर की शपथ ग्रहण के बाद श्री धारीवाल के जयपुर लौटते ही कल रात्रि राज्य के चार पुलिस अधीक्षकों के तबादले के आदेश जारी हो गए जिनमें कोटा (शहर) पुलिस अधीक्षक गौरव यादव का नाम भी शामिल था। उनके स्थान पर अब वर्ष 2008 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विकास पाठक को तैनात किया गया है जो पूर्व में वर्ष 2012 से 2014 के बीच कोटा (ग्रामीण) पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं।

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