शिवपाल ने कसा तंज- जाति धर्म में बांटकर लाभ लेना चाहती है BJP
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जनता को भ्रमित कर समाज में विद्वेष पैदा कर चुनावी लाभ लेना चाहती है।
जौनपुर। रामचरितमानस पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान का समर्थन करते हुये पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि जाति धर्म की राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जनता को भ्रमित कर समाज में विद्वेष पैदा कर चुनावी लाभ लेना चाहती है।
अखिलेश यादव ने मंगलवार को वाराणसी से लखनऊ जाते समय जौनपुर में नौपेडवा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि वह खुद शूद्र हैं, धर्म व रामचरितमानस के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं।
उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान नितांत व्यक्तिगत है और पार्टी से इसका कोई लेना देना नहीं है। दरअसल, भाजपा वर्ष 2024 में अगड़ी और पिछड़ी जातियों को बांट कर चुनावी लाभ लेना चाहती है। संविधान में सभी धर्मों का एक समान सम्मान है, ऐसे में एक धर्म की बात करना संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन करना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा " मैंने तो हमेशा संगठन काम किया है, पार्टी ने मुझे महत्वपूर्ण पद दिया है। मैं पार्टी को मजबूत करूंगा। हमारा मिशन 2024 के चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ कर प्रदेश में नम्बर एक का स्थान हासिल करना है ताकि दिल्ली में भाजपा को सत्ता से बेदखल किया जा सके। 2024 के चुनाव में विकास, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा रहेगा।
शिवपाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने न तो विकास किया है और न तो बेरोजगारी मिटाने का प्रयास किया है, महंगाई चरम पर है पूरे देश की जनता इससे त्रस्त है। भ्रष्टाचार का कोई कोई जबाब नहीं है। इस अवसर पर पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव, मल्हनी के विधायक लकी यादव पार्टी के प्रवक्ता राहुल त्रिपाठी सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।