झांसी- योगी सरकार के विरोध में समाजवादी पार्टी ने किया विरोध प्रदर्शन

सपा ने किसानों की समस्या, बेरोजगारी,भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ झांसी में विरोध प्रदर्शन किया

Update: 2020-09-21 14:36 GMT

झांसी। समाजवादी पार्टी ने किसानों की समस्या, बेरोजगारी, मंहगाई ,भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ सोमवार को झांसी में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया।

तहसील स्तरीय प्रदेश व्यापी इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता यहां तहसील प्रांगण कचहरी चौराहा स्थित गांधी उद्यान में जमा हुए और भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भी भेजा गया। ज्ञापन में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी 12 सूत्रीय मांग रखीं गयीं।


धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी श्याम सुन्दर सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश का नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहा है, लॉकडाउन में तमाम संस्थानों ने कर्मचारियों की छटनी कर दी है, नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार चौपट कर दिया है। सरकार ने अब सरकारी नौकरियों की भर्ती आउटसोर्स से करने का इरादा किया है जिससे 5 साल संविदा में नौकरी करनी होगी इसमें दक्षता परीक्षा में 60% अंक मिलने पर आगे नौकरी मिलेगी अथवा छटनी हो जाएगी। यह युवा प्रतिभा को बंधुआ मजदूर बनाने की प्रक्रिया है जिसने ना तो पदनाम मिलेगा और ना ही सेवा नियमावली 1999 के अन्य लाभ भी मिलेंगे युवाओं के शोषण की इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से उन्होंने निरस्त करने की मांग की।


पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि किसान बदहाली का शिकार है सरकार अभी तक गन्ना किसानों का बकाया अदा नहीं कर सकी ब्याज की बात तो दीगर है खाद, बीज और कीटनाशक का संकट है । किसान को फसल का लागत मूल्य नहीं मिल रहा है उसकी आय दोगुनी का झूठा वादा किया गया। बिजली का बिल और डीजल के दाम बढ़ाकर खेती को भी चौपट किया जा रहा है। हजारों किसान तंगहाली में आत्महत्या कर चुके हैं बे मौसम बरसात के बाद से तबाह किसानों को मुआवजा तक नहीं मिल पाया और इस सब के बीच उद्योगपतियों को किसानों पर कब्जा करने के लिए काला कानून लाया गया। यह सरकार उद्योगपतियों की कठपुतली है प्रदेश की सरकार पूरी तरह विफल रही ।


धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष महेश कश्यप ने कहा कि इस सरकार में युवा, किसान और आम आदमी सभी परेशान हैं। प्रदेश में विकास रूक गया है पांच महीनों में तीन गुना मनरेगा मजदूरों के नाम हटा दिये गये हैं। समाजवादी सरकार के समय बुनकरों के कल्याण और उनकी आर्थिक मजबूती के लिए बिजली फ्लैट रेट पर देने का निर्णय लिया गया था ,भाजपा सरकार ने जनवरी 2020 से यह सुविधा खत्म करती। पूर्व एमएलसी तिलक चन्द्र अहिरवार ने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने के और राज्य में पूंजी निवेश के झूठे वादे कर रही है जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, संचार और होटल सेक्टर आदि व्यवस्थाएं बढ़ते घाटे के कारण बंद हो रहे हैं, सरकार यह नहीं बताती कि प्रदेश में कहां कितना पूंजी निवेश हुआ किस बैंक ने किसे कितना कर्ज दिया ।



जुगल किशोर कुशवाहा ने अपराध के खिलाफ कथित जीरो टॉलरेंस नीति को लागू नहीं करने की खिसियाहट में सरकार पर विशेष सुरक्षा बिल 2020 लाने का आरोप लगाया जिसमें बिना वारंट के सर्च और गिरफ्तारी की व्यवस्था है। उन्होंने इसे सरकार को तानाशाही पूर्ण और असंवैधानिक कदम बताया जिससे जनता और खासकर विपक्ष को डराने ,कुचलने की मंशा जाहिर होती है।

पूर्व जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री की ठोको नीति से निर्दोष मारे जा रहे हैं । अपराधियों और ब्यूरोक्रेसी की मिलीभगत से सचिवालय तक में ठगी के अड्डे बन गए और भूतों की नई संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है । अवैध कार्यों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता पाई जाती है।

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