प्रियंका की हुंकार-महिलायें एकजुट हो जाएं तो बदल देंगे देश की राजनीति
महिलाओं को उनकी शक्ति की पहचान कराने के लिए एक नारा दिया गया है
रायबरेली। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अपनी मां सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज महिलाओं का हर जगह शोषण हो रहा है। इसलिये मेरे मन में आया कि महिलाओं के लिए कुछ करना चाहिए। महिलाओं को उनकी शक्ति की पहचान कराने के लिए एक नारा दिया गया है। लड़की हूं लड़ सकती हूं। मैं बहुत खुश हूं कि मेरे नारे के बाद अन्य राजनीतिक दल भी अब महिलाओं को लेकर बात करने लगे हैं। अगर देश की सारी महिलाएं एकजुट हो जाएं तो हम देश की राजनीति को बदल कर रख देंगे।
रविवार को रायबरेली के रिफार्म क्लब में आयोजित किए गए महिला संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि महिलाओं को अपनी वोट की ताकत पहचाननी होगी। लोग लालच देकर महिलाओं से वोट मांगते हैं। गैस सिलेंडर, चूल्हा और फ्री राशन जो आज दिया जा रहा है वह केवल आपकी वोट लेने के लिए दिया जा रहा है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि शनिवार को मैं अमेठी संसदीय क्षेत्र में थी, जहां मेरी 15 साल पुरानी सहेली रमाकांती मंच पर मिली। 15 साल पहले वह समूह के माध्यम से मेरे से मिली थी। उसने बताया कि उसके माता-पिता ने उसे पढ़ाया नहीं और शादी भी जल्दी कर दी। इसके बाद रमाकांती ने ठान लिया कि वह अपनी बेटी को जरूर पढायेगी। वह दुकानों से काम लाकर साड़ी में फॉल लगाती थी, जब ससुराल वाले खेत पर चले जाते थे तो दुकान से काम लाकर उसे करने में लग जाती थी। उसने पैसे जमा किए और किसी को बताए बगैर अपनी बेटी का नाम स्कूल में लिखा दिया और जब घर पर कोई नहीं होता था तो वह बेटी को स्कूल में छोड़ आती थी और घर वालों के आने से पहले ही उसे लेकर आ जाती थी। 1 दिन पकड़ी गई। उसने परिवार वालों से सौदा किया। फीस मैं दूंगी लेकिन बेटी को पढाने जरूर भेजूंगी। इससे पहले लखनऊ से जाते वक्त बछरावां के चुरूवां स्थित हनुमान मंदिर में प्रियंका गांधी वाड्रा ने मत्था टेका। 2 दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इसी हनुमान मंदिर में पहुंचकर अपना मत्था टेका था। कार्यक्रम में तकरीबन 6000 महिलाएं शामिल होने के लिए पहुंची हैं। रायबरेली के सभी 6 विधानसभा से 1-1 हजार महिलाएं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आई हैं।