मदद के लिए बढ़े हाथ-प्रियंका ने लखनऊ भेजा ऑक्सीजन टैंकर
देश और प्रदेश की बड़ी आबादी संक्रमण की चपेट में आई हुई है। जिसके चलते ऑक्सीजन समेत अन्य संसाधनों की जरूरत उत्पन्न हो रही है।
लखनऊ। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से देश और प्रदेश की बड़ी आबादी संक्रमण की चपेट में आई हुई है। जिसके चलते ऑक्सीजन समेत अन्य संसाधनों की जरूरत उत्पन्न हो रही है। ऐसे हालातों के बीच कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए आगे आते हुए एक टैंकर ऑक्सीजन की व्यवस्था करते हुए लखनऊ भेजा है। बुधवार को ऑक्सीजन से भरा टैंकर लखनऊ के मेदांता अस्पताल में पहुंच गया है।
दरअसल देशभर में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए लोगों को अपनी चपेट में लेकर संक्रमित कर रही है। जिसके चलते सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड का अकाल हो गया है और ऑक्सीजन व रेमडेसीविर इंजेक्शन आदि की कमी के चलते लोगों के इलाज में दिक्कत आ रही है। उधर रेमडेसीविर जैसे इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने के लिए लोग सक्रिय हो गए हैं। जिसके चलते कोरोना की जीवन रक्षक दवाइयों के साथ ऑक्सीजन का कृत्रिम अभाव उत्पन्न हो गया है। ऐसे हालातों के बीच सरकारी व्यवस्था से अलग यदि लोगों के हाथ कोरोना पीडितों की मदद के लिये बढ जाएं तो कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे लोगों को निश्चित ही भारी राहत मिलेगी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए छत्तीसगढ़ की लिंडे कंपनी से ऑक्सीजन का बंदोबस्त किया और वहां से एक टैंकर ऑक्सीजन लखनऊ के लिए रवाना कराई। बुधवार को ऑक्सीजन टैंकर छत्तीसगढ़ से चलकर लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल पहुंच गया। एक टैंकर ऑक्सीजन लखनऊ पहुंचने से निश्चित ही जीवन पाने के लिये मौत से संघर्ष कर रहे मरीजों को राहत मिलेगी और उनकी जीवन रक्षा हो सकेगी। गौरतलब है कि लखनऊ के मेदांता अस्पताल में अनेक लोग कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए भर्ती होकर अपना उपचार करा रहे है।
उधर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा लखनऊ भेजे गए ऑक्सीजन टैंकर की सोशल मीडिया पर जब खबर चली तो कुछ लोगों ने कहा कि अब तक प्रदेश की योगी सरकार द्वारा किए गए उपायों से लोगों को राहत नहीं पहुंची है? तो क्या प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा लखनऊ भेजे गए आॅक्सीजन टैंकर से लोगों को राहत मिल जाएगी? इस तरह के सवालों का जवाब देते हुए अन्य लोगों ने लिखा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा का यह सराहनीय कार्य है। कोरोना संकट में प्रियंका गांधी वाड्रा की इस मदद की सरकारी व्यवस्था से तुलना नहीं की जा सकती है। सरकार का काम व्यवस्थाएं बनाना है। ऐसे हालातों में अगर कोई व्यक्ति एक सुई की भी मदद कर रहा है तो वह सबसे बड़ी मदद है। क्योंकि लोग यहां तक गिर चुके हैं कि वह दवाइयों को भी ब्लैक में बेच रहे हैं। लोगों ने भाजपा नेताओं को भी सलाह दी है कि उन्हें भी इसी तरह लोगों की मदद के लिए आगे आते हुए अपने हाथ बढ़ाने चाहिए।