सीएम के आगमन पर खतौली को जाम व प्रदूषण की भट्टी में झोंकने की तैयारी
जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में उतरी बीजेपी उम्मीदवार के प्रचार के लिए आ रहे
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में उतरी बीजेपी उम्मीदवार के प्रचार के लिए आ रहे मुख्यमंत्री के आगमन पर खतौली को जाम और प्रदूषण की भट्टी में झोंकने की तैयारी की गई है। चेयरमैन पद के इलेक्शन की तैयारी कर रहे पूर्व चेयरमैन की ओर से वाहनों के बड़े काफिले के साथ सीएम का स्वागत करने का ऐलान किया गया है।
दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर इलेक्शन लड़ रही राजकुमारी सैनी के समर्थन में आगामी 30 नवंबर यानि बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा का आयोजन नगर में किया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री की जनसभा की तैयारियां शुरू कर दी गई है जिन्हें अफसर और कर्मचारी अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। ऐसे हालातों में भारतीय जनता पार्टी से चेयरमैन पद का टिकट और सभासद की उम्मीदवारी हासिल करने वाले लोग भी सक्रिय होते हुए अपनी अपनी योजना बनाते हुए उन्हें अंतिम रूप देने में जुट गए हैं।
पूर्व चेयरमैन रह चुके बीजेपी नेता अब एक बार फिर से चेयरमैन पद का इलेक्शन लड़ने की तैयारी में लगे हुए है। पूरे पांच साल नगर से गायब हुए पूर्व चेयरमैन द्वारा अब अचानक से एंट्री मारते हुए बीजेपी का टिकट हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाया जा रहा है। बीजेपी का टिकट हासिल करने की इसी योजना के अंतर्गत चेयरमैन पद का चुनाव लड़ने के इच्छुक एक्स चेयरमैन द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खतौली आगमन पर 2100 बाइकों की विशाल रैली के माध्यम से सीएम का स्वागत करने का ऐलान किया गया है। अब सोचने वाली बात यह है कि जब रैली में बुलाई गई 2100 बाईब एक साथ सड़क पर उतरेगी तो निश्चित तौर पर इससे जाम लगना स्वाभाविक है। इसके अलावा इन बाइकों से जो धुंआ निकलेगा वह भी वातावरण में पसर कर प्रदूषण को बढ़ाने का काम करेगा। वैसे भी पहले से ही नगर की सड़कें पूरे दिन जाम के झाम में फंसी रहती हैं और लोगों को 1 किलोमीटर की दूरी तय करने में भी घंटों का समय लग जाता है। ऐसे हालातों में जब बाइकों के भारी रैले के साथ सीएम का स्वागत किया जाएगा तो नगर में जाम के जो हालात उत्पन्न होंगे उसे सोचकर लोग अभी से सिहर उठे हैं। ऊपर से प्रदूषण की मार भी कुछ लोगों की नेतागिरी के चक्कर में शहरवासियों को झेलनी पड़ेगी।