लखनऊ आये PM के पास किसानों के आंसू पोंछने का समय नहीं-प्रियंका
उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने वाराणसी में किसान न्याय रैली के जरिए अपनी बातों से मां दुर्गा का आह्वान कर दिया
वाराणसी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने वाराणसी में किसान न्याय रैली के जरिए अपनी बातों से मां दुर्गा का आह्वान कर दिया। उन्होंने कहा कि इस देश के गृह राज्यमंत्री के बेटे जिसने लखीमपुर खीरी में अपनी गाड़ी के नीचे आधा दर्जन किसानों को कुचल दिया है, यहां के मुख्यमंत्री उस राज्य मंत्री का बचाव करने में लगे हुए हैं जिसके बेटे ने किसानों को मौत के घाट उतारने का काम किया है। जब तक गृह राज्य मंत्री का पद से इस्तीफा नहीं हो जाता है हम किसानों के मान सम्मान की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
रविवार को वाराणसी पहुंची कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने किसान न्याय रैली के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार का अभियान शुरू कर दिया। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी बातों की शुरुआत मां दुर्गा के आहवान से करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आ सकते हैं, लेकिन केवल 2 घंटे की दूरी पर लखीमपुर में किसानों के आंसू पोछने के लिए जाने का उनके पास समय नहीं है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि जब मैंने लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश की तो मेरे रास्ते में हर तरफ से सरकार की ओर से पुलिस की घेराबंदी कराई गई। लेकिन किसानों को कुचलने वाले अपराधी को पकड़ने के लिए कोई भी अपने बिल से बाहर नहीं निकला। उन्होंने कहा कि किसानों को कुचलकर मारने वाले अपराधी को पुलिस की ओर से बाकायदा निमंत्रण भेजा गया कि आईये आकर हमसे बात करिए। क्या किसी देश में ऐसा देखा है कि किसी अपराधी की पुलिस निमंत्रण देते हुए बुलावा भेजें? उन्होंने कहा कि जब किसान नक्षत्र सिंह के घर पर मैं पहुंची तो परिवार ने बताया कि उनका बेटा सीमा सुरक्षा बल में दाखिल हुआ है। जब मैं शहीद हुए पत्रकार रमन कश्यप के घर गई तो बताया गया कि उन्हें जीप के नीचे कुचला गया है, क्योंकि वह घटना के सच का वीडियो बना रहे थे। सभी परिवारों ने कहा है कि उन्हें सरकार से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है क्योंकि हमें न्याय दिलाने वाला इस सरकार में कोई दिखाई नहीं दे रहा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि कोरोना काल में सरकार की विफलता और हिटलरशाही का ऐसा हाल था कि यदि कोई अस्पताल कहता था कि हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है तो सरकार उनके ऊपर आक्रामक हो रही थी। उसके बाद हाथरस में हादसा हुआ, जिसमें सभी ने देखा कि सरकार ने अपराधियों पर आक्रमण नहीं किया। सरकार ने पीड़ित परिवार को चिता जलाने तक नहीं दी। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अगर आप अभी से ही जागरूक नहीं होंगे तो उनकी धर्म और जाति की राजनीति में उलझे रहोगे। आपको जो आंदोलनकारी और आतंकवादी कहते हैं उन्हें न्याय देने के लिए मजबूर कीजिए। प्रियंका गांधी वाड्रा ने हुंकार भरी कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जेल में डालिए और मारिए, लेकिन हम डरेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि जब तक लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अपने पद से इस्तीफा नहीं दे देते हैं, हम चुप नहीं बैठेंगे। हम कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं हमने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है। इसलिए हम सरकार की लाठी गोली से नहीं डरेंगे।