गैंगस्टर को टिकट देने पर घिरी यह पार्टी-मान्यता खत्म करने को याचिका
चुनाव के चलते पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ ही समाजवादी पार्टी विवादों में फंस गई है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव के चलते पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ ही समाजवादी पार्टी विवादों में फंस गई है। गैंगस्टर विधायक का नाम प्रत्याशियों की सूची में शामिल होने पर सुप्रीम कोर्ट के वकील ने समाजवादी पार्टी की मान्यता रद्द किए जाने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
उच्चतम न्यायालय में समाजवादी पार्टी की ओर से जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में गैंगस्टर विधायक नाहिद हसन का नाम शामिल किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्वनी उपाध्याय की ओर से याचिका दाखिल की गई है। उच्चतम न्यायालय में दाखिल की गई याचिका के भीतर कहा गया है कि समाजवादी पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश में कैराना विधानसभा सीट पर गैंगस्टर को टिकट देकर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया गया है। विधायक नाहिद हसन कैराना में हुए एक मामले को लेकर पिछले काफी समय से फरार चल रहा था। विधानसभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी की ओर टिकट दिये जाने के बाद शनिवार को सामने आये नाहिद हसन को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया गया था, जहां से नाहिद हसन को जेल भेज दिया गया था। वर्ष 2016 में कैराना कांड सामने आया था। भाजपा के तत्कालीन सांसद हुकम सिंह की ओर से आरोप लगाया गया था कि समाजवादी पार्टी की सरकार में बुरी तरह से तंग आए हिंदू कैराना से पलायन कर रहे हैं। गौरतलब है कि कैराना मुस्लिम बाहुल्य इलाका है। समाजवादी पार्टी की ओर से टिकट मिलने के बाद नाहिद हसन और समाजवादी पार्टी के खिलाफ विपक्षी विशेषकर भाजपा और अधिक हमलावर हो गई है। हालांकि विपक्षियों द्वारा निशाने साधने के बाद बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की ओर से नाहिद हसन का टिकट काटकर अब उनकी बहन को प्रत्याशी बनाया जा रहा है।