नूर सलीम राणा ने थामा रालोद का दामन, अब चलाएंगे हैंड पंप

विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेताओं के हृदय के भीतर हलचल होने लगी है

Update: 2021-10-03 09:24 GMT

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही नेताओं के हृदय के भीतर हलचल होने लगी है। जिसके चलते उनकी दलीय निष्ठाओं में भी बदलाव होने लगा है। चरथावल विधानसभा सीट से विधायक रहे नूर सलीम राणा ने बहुजन समाज पार्टी का त्याग करते हुए अब रालोद का दामन थाम लिया है। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में पूर्व विधायक नूर सलीम राणा रालोद में शामिल हो गए हैं।


रविवार को चरथावल विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार रहे नूर सलीम राणा ने राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के आवास पर अपने साथियों के साथ पहुंचकर बहुजन समाज पार्टी का त्याग कर दिया है। बसपा से त्यागपत्र देने वाले नूर सलीम राणा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के सामने उनके दल में शामिल हो गए हैं। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एक्स एमएलए नूर सलीम राणा के साथियों समेत रालोद में आने का स्वागत करते हुए उन्हें पार्टी हित में काम करने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि चरथावल विधानसभा सीट से नूर सलीम राना 2012 में बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उन्होंने भाजपा एक विजय कुमार कश्यप को लगभग 12 हजार हराया था। विधायक रहे नूर सलीम राणा को वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी बसपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया था। पिछले विधानसभा चुनाव में उनके परिवार के तीन लोग विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे थे। पूर्व सांसद कादिर राणा की पत्नी सईदा बेगम को बसपा की ओर से बुढ़ाना विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया था तो पूर्व सांसद कादिर राणा के भाई नूर सलीम राणा उर्फ पप्पू राणा एक बार फिर से चरथावल विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाने के लिए उतरे थे लेकिन इस बार भाजपा लहर के चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

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