कई बार विधायक रहे नेताजी ने टिकट कटने पर सपा हाईकमान को दिया अल्टीमेटम
विधानसभा चुनाव के दौरान सियासी दलों में टिकट वितरण को लेकर मचा घमासान बाराबंकी जिले में सपा के लिये सिरदर्द बन रहा है
बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान सियासी दलों में टिकट वितरण को लेकर मचा घमासान बाराबंकी जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के लिये सिरदर्द बनता जा रहा है।
सपा नेतृत्व ने बाराबंकी जिले की रामनगर विधानसभा सीट के लिए दो दिग्गज नेताओं की दावेदारी से उपजे टकराव को दूर करने के लिये जो समाधान निकाला उससे भी पार्टी की परेशानी दूर होती नहीं दिख रही है। दरअसल,इस विधानसभा क्षेत्र में सपा के दिग्गज नेता अरविंद सिंह गोप और दिवंगत नेता बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे राकेश कुमार वर्मा टिकट के दावेदार थे।
दोनों के बीच टकराव को टालने के लिये सपा नेतृत्व ने वर्मा को कुर्सी विधानसभा क्षेत्र से और गोप को दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र का प्रत्याशी बना दिया। लेकिन, इस बदलाव से अब दरियाबाद विधानसभा सीट पर भारी टकराव पैदा हो गया है। दरियाबाद सीट से 6 बार विधायक रहे राजीव कुमार सिंह ने अब गोप को प्रत्याशी बनाए जाने पर अपना विरोध दर्ज कराया है। सिंह ने केंद्रीय नेतृत्व को भूल सुधार के लिये 2 दिन का समय दिया है।
राजीव कुमार सिंह का दावा है कि 06 बार दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व करने के कारण उनकी क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। इसलिये इस सीट से वह उम्मीदवारी के स्वाभाविक हकदार हैं। इस नाते उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराते हुए केंद्रीय नेतृत्व से अपने फैसले पर पुनः विचार करने के लिए कहा है।
राजीव कुमार सिंह ने कहा है कि टिकट बंटवारे में मुझसे कोई राय नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि अगर टिकट परिवर्तन नहीं किया गया तो 02 दिन के बाद वह अपने समर्थकों के साथ अपना भावी फैसला लेने के लिये विवश हो जायेंगे। समझा जाता है कि सिंह अपने पुत्र रिंकू सिंह को इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। अब देखना है केंद्रीय नेतृत्व इस विवाद को कैसे दूर कर पाएगा।
वार्ता