चुनाव में पत्नी और बेटे को योद्धा बना कर सारथी की भूमिका में हैं नेताजी

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के दो दिग्गज नेता अपने बेटे और पत्नी को विधानसभा चुनाव में योद्धा बना कर स्वयं सारथी की भूमिका

Update: 2022-02-10 08:45 GMT

बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के दो दिग्गज नेता अपने बेटे और पत्नी को विधानसभा चुनाव में योद्धा बना कर स्वयं सारथी की भूमिका में नजर आ रहे है।

बस्ती जनपद के कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक राज्य सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे रामप्रसाद चौधरी ने इस बार खुद चुनाव मैदान में उतरने की बजाय अपने पुत्र कविन्द्र चौधरी उर्फ अतुल को इस सीट से सपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतारा है। पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं में शुमार कप्तानगंज विधानसभा में अपने बेटे के लिये सारथी की भूमिका में हैं।

कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने मौजूदा विधायक चन्द्र प्रकाश शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी जहीर अहमद उर्फ जिम्मी भी मैदान में उतर कर मुस्लिम वोटरों की सेंधमारी करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं।

बस्ती जिले की रूधौली सीट पर भी कुछ इसी तरह का नजारा है। इस सीट पर भाजपा विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने स्वयं चुनाव न लड़कर अपनी पत्नी संगीता जायसवाल को मैदान मे उतारा है। इससे पहले भी संगीता जायसवाल ने नगर पंचायत का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

उसके बाद से ही वह रूधौली सीट पर जनसंपर्क कर चुनावी तैयारी में जुटी हुईं थीं। इस चुनाव में उनके पति अब सारथी की भूमिका में हैं। उन्होंने पत्नी को प्रदेश की राजनीति में सक्रिय कर खुद दिल्ली की राजनीति का रुख करने की इच्छा जाहिर की है।

इस सीट पर बसपा के पूर्व विधायक रहे राजेन्द्र चौधरी को सपा ने और बसन्त चौधरी को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट पर भी त्रिकोणीय लड़ाई के आसार हैं।

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