शिक्षामित्रों का ना तो बढ़ेगा मानदेय और ना ही सरकार उन्हें करेगी नियमित
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की ओर से दिए गए बयान से शिक्षा मित्रों के चेहरे बुरी तरह से उतर गए हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की ओर से दिए गए बयान से शिक्षा मित्रों के चेहरे बुरी तरह से उतर गए हैं और वह उदासी के माहौल में चले गए हैं। मंत्री ने दो टूक कहा है कि उनकी सरकार ना तो शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने पर विचार कर रही है और ना ही उन्हें नियमित करने का सरकार के पास प्लान है। दरअसल बुधवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान समाजवादी की पार्टी की विधायक डॉक्टर पल्लवी पटेल ने सरकार से सवाल किया था कि देश में सुरसा के मुंह की तरह लगातार दिनों दिन बढ़ रही महंगाई के कारण प्राथमिक विद्यालयों में कम कर रहे शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने एवं उन्हें नियमित करने पर सरकार की ओर से विचार किया जाए।
एमएलए की इस मांग के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षामित्रों का मानदेय पिछले दिनों ही सरकार द्वारा बढ़कर 10000 रुपए प्रति महीने किया गया है। उन्होंने बताया है कि फिलहाल सरकार की शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने की कोई योजना नहीं है और ना ही शिक्षामित्र को नियमित किए जाने का सरकार का कोई इरादा है।