मुसलमानों की चुनाव आयोग से गुहार- जुम्मे के दिन नहीं कराई जाए वोटिंग
इसलिए हमने इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान तक पहुंचाया है।
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से देश में लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही आचार संहिता लागू कर दी गई है। चुनाव की 1 तारीख 26 अप्रैल जो जुम्मे के दिन पड़ रही है, उसे लेकर मुस्लिम संगठनों द्वारा चुनाव आयोग से वोटिंग की तारीख बदलने की मांग उठाई गई है।।
रविवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग एवं केरल के एक अन्य मुस्लिम संगठन ने चुनाव आयोग को एक चिट्ठी भेजकर मुस्लिम समुदाय के लिए जुम्मे के दिन के महत्व का हवाला देते हुए 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव की वोटिंग को स्थगित करने की डिमांड उठाई है।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के प्रदेश के महासचिव पीएमए सलाम का कहना है कि केरल में शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 की वोटिंग कराने से मतदाताओं के अलावा चुनाव कराने वाले अधिकारियों एवं मतदान एजेंट को असुविधा होगी। उनका कहना है कि शुक्रवार 26 अप्रैल को जुम्मा है और इस दिन मुसलमान बड़ी संख्या में मस्जिदों में इकट्ठा होकर नमाज अदा करते हैं। इस दिन केरल एवं तमिलनाडु में वोटिंग करना मतदाताओं के लिए मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हमने इस मामले को चुनाव आयोग के संज्ञान तक पहुंचाया है।
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अलावा केरल के एक प्रमुख मुस्लिम संगठन समस्त केरल जमीअतुल उलमा ने 26 अप्रैल दिन जुम्मे के दिन मतदान कराने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि शुक्रवार के दिन की वोटिंग मतदाताओं एवं ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों के लिए चुनौती पैदा करेगी। इसके अलावा जुम्मे के दिन वोटिंग होने से मतदान प्रतिशत भी प्रभावित होगा।