दादी का देहांत हो गया फिर भी पार्टी कार्यक्रम के लिए चिंतित है चंदन
दुख की घड़ी में भी पार्टी के कार्यक्रम की चिंता करने वाले नौजवान नेता हैं चंदन चौहान
मुजफ्फरनगर। कल दादी का देहांत हुआ तो आज वह अपने आवास पर इस दुख की घड़ी में मिलने आने वाले लोगों से शोक संवेदना स्वीकार कर रहे थे लेकिन इसी बीच अगर मीरापुर विधानसभा का कोई कार्यकर्ता आ रहा था तो वह कह रहे थे कि कल बसे पूरी तरह भरकर बुढ़ाना जानी चाहिए । दुख की घड़ी में भी पार्टी के कार्यक्रम की चिंता करने वाले नौजवान नेता हैं चंदन चौहान।
दरअसल 11 नवंबर को समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बुढ़ाना में होने वाले कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजवादी पार्टी के युवा नेता चंदन चौहान जुटे हुए थे। उनको मीरापुर विधानसभा इलाके से 14 बसें भरकर बुढ़ाना सम्मेलन में भेजनी थी। इसी बीच उनकी दादी और पूर्व उप मुख्यमंत्री बाबू नारायण सिंह की पत्नी का कल देहांत हो गया था। उनका अंतिम संस्कार कल सुबह लगभग 11:30 बजे शहर के काली नदी स्थित श्मशान घाट पर किया गया था।
आज चंदन चौहान सुबह से ही शोक संवेदना व्यक्त करने वाले वाले लोगों से अपने आवास पर मिल रहे थे। इसी बीच समाजवादी पार्टी के युवा नेता चंदन चौहान को अपने मुखिया अखिलेश यादव के कार्यक्रम को सफल बनाने की चिंता भी बनी हुई थी, तभी तो वह जो भी मीरापुर विधानसभा क्षेत्र का कार्यकर्ता शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद जा रहा था । उसको चंदन चौहान हिदायत दे रहे थे कि कल राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का बुढ़ाना में कार्यक्रम है। आपको जो बसें मिली हैं, उनको पूरी तरह से भरकर बुढ़ाना सम्मेलन में लेकर जाना है।
चंदन चौहान की यह कार्यशैली साबित करती है कि वह अपनी पार्टी एवं अपनी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के प्रति पूरी तरह से समर्पित है ,नहीं तो वह अपने परिवार में हुई इस दुखदाई घटना के बाद पार्टी के कार्यक्रम से किनारा भी कर सकते थे।