राजीव गांधी के सपनों को साकार करने में जुटी गहलोत सरकार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के स्टार्ट अप के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है
जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के स्टार्ट अप के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है जिससे प्रदेश का पूरी तरह से परिदृश्य बदल गया है और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सूचना क्रांति के सपने साकार हो रहे हैं।
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से रोजगार मेला डिजिफेस्ट-जॉबफेयर- 2022 के समापन समारोह में मुखातिब होते हुए कहा कि इस मेले से बेरोजगार लोगों को रोजगार मिल रहा है जिससे प्रदेश का पूरी तरह से परिदृश्य बदल गया है।
उन्हाेंने बताया कि यहां केंद्र सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने भी कहा है कि राजस्थान स्टार्ट अप के मामले में आगे निकल रहा है। उन्हाेंने कहा कि स्टार्ट एप के मामले में निजी क्षेत्र में बेंगलुरु और हैदराबाद आगे चल रहे है, लेकिन सरकार क्षेत्र में राजस्थान आगे निकल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय आईटी के क्षेत्र में क्रांति आने से मोबाइल हर व्यक्ति की मुट्ठी में है। उन्होंने कहा कि 22 साल पहले मैंने अध्ययन मिशन चलाया था जिसमें 600 तरह की सेवाएं गांव वालों को उपलब्ध करायी थी। हर विभाग की अपनी-अपनी वेबसाइट है और सभी विभाग अपनी सेवाएं देते है।
उन्होंने कहा " 22 साल पहले मैंने मिशन शुरू किया और जब दूसरी बार मुख्यमंत्री बना तो मैंने तीन प्रतिशत बजट हर विभाग का आईटी के लिए रखा था, उसका बहुत अच्छा असर पड़ा। उन्होंने कहा पिछली सरकार ने भी भामाशाह केन्द्र बनाया जिसे हम लोग अभी इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इस क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ गए हैं। "
गहलोत ने कहा डिजिफेस्ट-जॉबफेयर से इंजीनियरिंग और आईटी क्षेत्र के बच्चों को अवसर मिला है और सभी इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश का जयपुर टेक्नो हब है जिसमें भरतपुर, कोटा और चुरु में इेकोसिस्टम शुरू हो गया है। पहले 1700 स्टार्ट अप थे जो अब बढ़कर 3000 हो गए है। इससे 21000 लोगों को रोजगार मिले हैं। इस रोजगार मेले में 1800 को जॉब ऑफर किया है।
मुख्यमंत्री से पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के बारे में पूछने पर उन्हाेंने बताया कि यह एक बड़ी परियोजना है और स्वयं प्रधानमंत्री ने लोक सभा चुनाव के दौरान एक चुनावी रैली में इस परियोजना के बारे में 14 जिलों के नाम लेते हुए कहा था कि यह एक बड़ी परियोजना है और हम इसे सकारात्मक दृष्टि से देख रहे हैं। गहलोत ने कहा प्रधानमंत्री के आश्वासन के बावजूद अभी तक इस परियोजना की घोषणा नहीं की गयी हैं। पूर्वी राजस्थान के इन 14 जिलों में सिंचाई और पेयजल का संकट है। उनके मंत्री जो राजस्थान से है वे जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के 25 सांसद केन्द्र में हैं। देश में 16 परियोजनाएं चल रही है क्या राजस्थान के लिए एक परियोजना नहीं मिल सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ईआरसीपी को लागू नहीं कर रहे हैं।
गहलोत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गुजरात मॉडल कुछ नहीं है वह सिर्फ मोदी मॉडल है। उन्होंने कहा कि अब गुजरात की जनता समझ गयी है और वहां बेरोजगारी बहुत बढ़ गयी है। आज हिमाचल के अंदर भी पुरानी पेंशन योजना को लेकर मुद्दा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव कांग्रेस जीत रही है। गुजरात में भी ओपीएस को लेकर मुद्दा गरम है और आने वाले समय में वहां की जनता सत्तारूढ सरकार को सबक सिखायेगी।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कहा कि इस यात्रा में महंगाई, बेरोजगारी और देश में हिंसा न बढ़े। देश में अमन और शांति से रहे और आपसी भाईचारा बना रहे तथा संविधान के मुताबिक देश चले जैसा कि देखा गया की संविधान की धज्जियां उड़ रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की किसी भी बात पर असहमति व्यक्त करने पर उसे देशद्रोही माना जाता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा काे जनता का समर्थन मिल रहा है।
वार्ता