बीजेपी पर फूटा किसानों का गुस्सा- प्रत्याशियों की गांव में नो एंट्री
बीजेपी का कोई भी प्रत्याशी प्रचार करने के लिए पहुंचे तो उसका विरोध करते हुए उसे गांव से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए।
चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव- 2024 के अंतर्गत इलेक्शन लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों का प्रचार करना मुश्किल हो गया है। बीजेपी को निशाना बनाने वाले किसानों ने भाजपा प्रत्याशियों की गांव में एंट्री बंद कर दी है। किसान नेताओं का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मतदाता चाहे किसी भी प्रत्याशी को वोट दें लेकिन बीजेपी उम्मीदवार को बिल्कुल भी मतदान नहीं करें।
लोकसभा चुनाव- 2024 के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर इलेक्शन लड़ रहे प्रत्याशियों के सामने कदम कदम पर दुश्वारियां खड़ी हो रही है। हालांकि इसी महीने की 24 मई को पंजाब के भीतर प्रचार करने के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के गुरदासपुर एवं जालंधर में आयोजित की गई पार्टी की रैलियां को संबोधित किया था।
लेकिन तमाम पाबंदियों के बावजूद किसानों द्वारा मोदी सरकार का विरोध किया गया और यहां तक की पुतले फूंककर नारेबाजी भी की गई। हरियाणा एवं पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसान अभी भी अपनी मांगों को लेकर जमे हुए हैं और किसानों ने यहां पर अस्थाई रूप से एक गांव सा बसा लिया है। आगामी 1 जून को होने वाले सातवें एवं आखिरी चरण के मतदान में पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है, लेकिन उससे पहले किसानों द्वारा भारतीय जनता पार्टी का विरोध तेज करते हुए गांव में भाजपा प्रत्याशियों की एंट्री बंद कर दी गई है।
किसानों की ओर से अपील की जा रही है कि मतदाता चाहे किसी भी पार्टी को अपना वोट दें लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में बिल्कुल भी अपना वोट नहीं डालें। इस बीच भारतीय किसान यूनियन बहरामके के अध्यक्ष बलवंत सिंह ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि यदि उनके गांव में बीजेपी का कोई भी प्रत्याशी प्रचार करने के लिए पहुंचे तो उसका विरोध करते हुए उसे गांव से बाहर का रास्ता दिखा दीजिए।