DM के रहते CBI जांच प्रभावित होने की आशंका : मायावती
मायावती ने कहा कि हाथरस के डीएम पर पीड़िता के परिजनो काे डराने धमकाने का आरोप है। इसके बावजूद सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने हाथरस मामले में मौजूदा जिलाधिकारी के रहते सीबीआई जांच प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की है।
मायावती ने रविवार को कहा कि हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर पीड़िता के परिजनो काे डराने धमकाने का आरोप है। इसके बावजूद सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। ऐसे में लोगों के मन में आशंका है कि डीएम के रहते सीबीआई जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की जा सकती।
हाथरस गैंगरेप काण्ड के पीड़ित परिवार ने जिले के डीएम पर धमकाने आदि के कई गंभीर आरोप लगाए हैं, फिर भी यूपी सरकार की रहस्मय चुप्पी दुःखद व अति-चिन्ताजनक। हालाँकि सरकार CBI जाँच हेतु राजी हुई है, किन्तु उस डीएम के वहाँ रहते इस मामले की निष्पक्ष जाँच कैसे होे सकती है? लोग आशंकित।
— Mayawati (@Mayawati) October 4, 2020
उन्होने ट्वीट किया " हाथरस गैंगरेप काण्ड के पीड़ित परिवार ने जिले के डीएम पर धमकाने आदि के कई गंभीर आरोप लगाए हैं, फिर भी यूपी सरकार की रहस्मय चुप्पी दुःखद व अति-चिन्ताजनक। हालाँकि सरकार सीबीआई जाँच के लिये राजी हुई है, किन्तु उस डीएम के वहाँ रहते इस मामले की निष्पक्ष जाँच कैसे होे सकती है। लोग आशंकित है। "
गौरतलब है कि हाथरस में हैवानियत की शिकार पीडिता की मौत के बाद मचे सियासी बवाल के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मामले में जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। हालांकि पीड़िता का परिवार सरकार के ऐलान से संतुष्ट नहीं है। उसका कहना है कि मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से होता तो अच्छा रहता।
पीड़िता का परिवार डीएम प्रवीण कुमार पर धमकी और बदसलूकी के आरोप लगा चुका है। उन्होंने डीएम प्रवीण कुमार को पद से हटाने की मांग भी की है।