एमएलसी चुनाव में बीजेपी को झटका- गडकरी फडणवीस के गढ़ में धड़ाम
सत्ता परिवर्तन के बाद एकनाथ शिंदे के साथ अपनी सरकार बनाने वाली भाजपा को एमएलसी इलेक्शन में करारा झटका लगा है।
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद एकनाथ शिंदे के साथ अपनी सरकार बनाने वाली भाजपा को एमएलसी इलेक्शन में करारा झटका लगा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और डिप्टी सीएम के गढ़ नागपुर में भी बीजेपी इलेक्शन में हार कर धड़ाम हो गई है।
शुक्रवार को महाराष्ट्र में 5 सीटों के एमएलसी चुनाव परिणामों में बीजेपी एवं एकनाथ शिंदे गुट को जोर का झटका लगा है। एमएलसी की 5 सीटों में से केवल 1 सीट ही भाजपा के हाथ लग सकी है।
बीजेपी उम्मीदवार कोंकण सीट को जीतने में कामयाब रहा है। भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका नागपुर में लगा है, जहां से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राजनीति में अच्छा खासा दखल रखते हैं। नागपुर खंड की शिक्षक एमएलसी सीट पर बीजेपी उम्मीदवार नागो गवार को करारी हार का सामना करने को मजबूर होना पड़ा है। वह इस सीट से सीटिंग एमएलसी थे और सीटिंग कैंडिडेट का हारना भाजपा के लिए नागपुर में किसी फजीहत से कम नहीं है।
नागपुर में आर एस एस का मुख्यालय भी है जहां से महा विकास आघाडी के उम्मीदवार सुधाकर जडवाले को 16700 वोट हासिल हुए हैं, जबकि बीजेपी कैंडिडेट केवल 8211 वोट ही अपने पल्ले में डाल सके हैं।
महा विकास आघाडी को एमएलसी की 5 सीटों में से 2 पर जीत हासिल हो सकते हो चुकी है, इसके अलावा नासिक से निर्दलीय उम्मीदवार सत्यजीत तांबे अपने प्रतिद्वंदी को हराकर जीतने में कामयाब रहे हैं। इलेक्शन से पहले तक वह कांग्रेस नेता थे, लेकिन इलेक्शन में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतरे थे। क्योंकि पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। जीत के बाद तांबे का कहना है कि वह जल्द ही अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में फैसले का ऐलान करेंगे।
उधर अमरावती की स्नातक एमएलसी सीट पर भी महा विकास आघाडी के धीरज आगे चल रहे हैं। वह भी इलेक्शन से पहले तक कांग्रेस के नेता रहे हैं। उनके अलावा औरंगाबाद की स्नातक एमएलसी सीट से एनसीपी के विक्रम काले ने जीत हासिल की है।